योगी आदित्यनाथ के पिता ने बेटे को दी खास सलाह
योगी आदित्यनाथ के पिता ने दी बेटे को खास सलाह, बोले हर धर्म के लोगों का खयाल रखने की जरूरत है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री की कुर्सी बैठ चुके हैं, उन्हें हिंदुवादी नेता के तौर पर जाना जाता है, जिस तरह के बयान योगी आदित्यनाथ पिछले समय में देते आ रहे हैं उसको लेकर उनकी आोलचना भी होती रही है। लेकिन यूपी के मुख्यमंत्री की कमान संभालने के बाद योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट ने अपने बेटे को खास सलाह दी है। आनंद सिंह बिष्ट ने योगी आदित्यनाथ को सभी धर्मों का खयाल रखने को कहा है।
बुर्के वाली महिलाओं ने भी भाजपा को वोट दिया है
आनंद सिंह बिष्ट ने अपने बेटे योगी आदित्यनाथ को सलाह दी है कि वह सभी धर्मों के लोगों की जरूरतों का खयाल रखें। उन्होंनें कहा कि उन्हें सभी लोगों को एक साथ लेकर चलना होगा, बुर्के वाली महिलाओं ने भी उन्हें वोट दिया है, ऐसे में उन्हें सभी धर्मों के लोगों की इज्जत करनी चाहिए और उनका दिल जीतने की कोशिश करनी चाहिए। आनंद सिंह बिष्ट जिनकी उम्र 84 वर्ष हैं और फॉरेस्ट रेंजर के पद से रिटायर्ड हैं।
हर धर्म व आस्था के लोगों का खयाल जरूरी
योगी आदित्यनाथ के पिता का कहना है कि उनके बेटे पर बहुत जिम्मेदारी है, मुस्लिम महिलाओं ने भी भाजपा को वोट किया है और उनकी पार्टी से काफी अपेक्षाएं हैं, उन्हें उम्मीद है कि पार्टी उन्हें तीन तलाक जैसे मुद्दों पर मदद करेगी। हर धर्म और आस्था के लोगों ने भाजपा और आदित्यनाथ पर अपना भरोसा जताया है, उन्हें उम्मीद हैं कि ये प्रदेश को विकास की नई राह पर ले जा सकते हैं, पार्टी को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए।
हिंदू प्रचारक का टैग हटाना जरूरी
योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद कुमार बिष्ट और उनकी मां सावित्री देवी उत्तराखंड के पौढ़ी गढ़वाल के पंचूर गांव में रहते हैं। आनंद कुमार बिष्ट का कहना है कि जब योगी मुख्यमंत्री बनें तो उन्होंने पहले ही दिन कहा कि ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करिए जिससे लोगों की भावनाएं आहत हो। वह गंभीरता से अपनी कोशिशें कर रहे हैं और वह साफ दिख रहा है। इसके अलावा आनंद कुमार का कहना है कि उनके बेटे को अब जरूरत है कि वह अपने उपर से हिंदुत्व के प्रचारक के टैग को दूर करें।
1994 में ले लिया था सन्यास
आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को हुआ था और उनका वास्तविक नाम अजय कुमार बिष्ट है। उनकी पढ़ाई पौढ़ी के कोटद्वार से हुई जहां से उन्होंने बीएससी की डिग्री ली, जिसके बाद वह 1993 में गोरखपुर चले गए जहां से उन्होंने एमएससी की पढ़ाई पूरी की। योगी के पिता का कहना है कि जब 1994 में आदित्यनाथ ने सन्यास लेने का फैसला लिया तो हमें इस बारे में सोचने में थोड़ा समय लगा था। योगी आदित्यनाथ के छोटे भाई आदित्य नाथ का कहना है कि जब योगी आदित्यनाथ स्नातक के बाद आरएसएस के संपर्क में आए तो उन्होंने अपनी उर्जा को सही ओर लगाया।