शिवपाल-अखिलेश खेमा मथुरा में आमने-सामने, जूतमपैजार की आ रही नौबत
जिला अध्यक्ष के बदले जाने से दो गुट में बटी सपा। नेताओं ने कहा कि चुनाव पर पड़ेगा इसका असर, मथुरा से सपा को नहीं मिलेगी एक भी सीट।
मथुरा। समाजवादी पार्टी में अखिलेश और शिवपाल खेमों में कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। लखनऊ से शुरू हुई कलह अब मथुरा तक पहुंच गयी है। मथुरा में समाजवादी पार्टी ने अपना जिला अध्यक्ष बदला तो पार्टी नेता विरोध के स्वर बोलने लगे। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने यहा अजित सिंह को पार्टी का जिला अध्यक्ष बनाया तो पार्टी नेताओं ने अजित सिंह को अमर सिंह का खास बताते हुए विरोध करना शुरू कर दिया। अजित सिंह के विरोध में सबसे मुखर हैं मथुरा में समाजवादी पार्टी युवजन सभा के 16 साल तक जिला अध्यक्ष रहे जागेस्वर यादव।
जागेस्वर यादव समाजवादी पार्टी में जिला अध्यक्ष बनाये गए अजित सिंह को लेकर गुस्से में है। जागेस्वर यादव का आरोप है कि अजित सिंह कुछ समय पहले ही सपा में शामिल हुए हैं और वो अमर सिंह के खास है, इसीलिए उन्हें जिला अध्यक्ष बनाया गया है । जागेस्वर यादव ने अजित सिंह को दलालों का दलाल तक कह डाला है। सपा के जिला अध्यक्ष पद से हटाए गए पंडित तुलसीराम शर्मा भी इस प्रकरण से दुखी हैं। तुलसीराम शर्मा के अनुसार अजित सिंह पार्टी के सदस्य भी नहीं है और उन्हें जिला अध्यक्ष बन दिया गया ये सब समझ से परे है।
अजित
सिंह
का
विरोध
पार्टी
के
कई
ऐसे
नेता
भी
कर
रहे
है
जो
कई
सालों
से
समाजवादी
पार्टी
से
जुड़े
हुए
है
।
पार्टी
के
प्रवक्ता
वीरभान
सिंह
भी
अजित
सिंह
को
जिला
अध्यक्ष
बनाये
जाने
से
आहत
है
।
उनके
अनुसार
अजित
सिंह
को
पार्टी
का
जिला
अध्यक्ष
बनाये
जाने
से
आगामी
चुनाव
में
पार्टी
को
नुकसान
उठाना
पड़ेगा।
वहीं
जिला
सचिव
ठाकुर
थान
सिंह
कहते
हैं
कि
अजित
सिंह
के
कार्यकाल
में
पार्टी
को
मथुरा
से
एक
भी
सीट
नहीं
मिलेगी।
ये
निर्णय
ऊपर
बैठे
लोगों
ने
बिना
सोचे
समझे
लिया
है।
समाजवादी
पार्टी
में
अभी
तक
रार
परिवार
में
चल
रही
थी
और
तमाम
आरोप
अमर
सिंह
पर
लग
रहे
थे।
इस
मामले
के
बाद
सा
है
कि
कहीं
न
कहीं
अमर
सिंह
इस
नियुक्ति
के
सहारे
मुख्यमंत्री
अखिलेश
यादव
पर
निशाना
साधने
में
सफल
रहे
है
।
पढ़ें-
भाजपा
की
सरकार
आई
तो
मोदी
घरों
की
ईंटे
उखड़वा
लेंगे:
नरेश
अग्रवाल