यूपी: चंद रुपयों की लालच में पति के जिंदा रहते हुए विधवा बनीं महिलाएं
कुछ महिलाओं ने सरकार द्वारा मिलने वाले पारिवारिक लाभ को पाने के लिए अपने पति का मृत्यु प्रमाण पत्र लगाकर प्रशासन से रुपये ले लिए।
कानपुर। चंद रुपयों की खातिर सुहागिन पत्नियों ने जीते जी अपने पति को मृत घोषित कर दिया। कुछ महिलाओं ने सरकार द्वारा मिलने वाले पारिवारिक लाभ को पाने के लिए अपने पति का मृत्यु प्रमाण पत्र लगाकर प्रशासन से रुपये ले लिए। वहीं यह पूरा फर्जीवाड़ा विभागीय कर्मचारियों और दलालो के रैकेट के साथ मिलकर किया गया है। मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन के होश उड़ गए। जांच में जहाँ 9 महिलाओं ने पारिवारिक लाभ के तहत राशि प्राप्त कर ली वहीं जांच में 211 अपात्रों के नाम की सूची सामने आई है।
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जीवित पति को दिखाया मृत
कानपुर के बिल्हौर ब्लॉक में जीवित पति को मृत दिखाकर प्रशासन से रुपये हड़प लिए। पैसे के लालच में पत्नियों ने सुहागिन होकर विधवा का चोला ओढ़ लिया। इस तरह के मामले तब सामने आए जब सीडीओ ने लेखपालों से फिर से पारिवारिक लाभ की जांच कराई है। गौरतलब है कि पारिवारिक लाभ तभी मिलता है जब पति की मृत्यु हो जाती है। इस जांच में 211 लाभार्थी अपात्र पाए गए है जिसमें बिल्हौर ब्लॉक की 9 महिलाओं ने अपने जीवित पति को मृत दिखाया है।
उठाया सरकारी योजना का लाभ
महिलाओं ने अपने पति की एक वर्ष पहले मृत्यु दिखाकर परिवारिक लाभ की राशि हड़प ली। जांच में फर्जीवाड़ा पाए जाने के बाद समाज कल्याण विभाग सख्त कार्रवाई की जुगत में लगा हुआ है। ग्रामीण स्तर पर गरीबों के लिए चली योजनाओं की रीढ़ लेखपाल ही होते है क्योंकि योजनाओं में आवेदन करने वाले लाभार्थी के प्रपत्रों ओर सर्वे का काम इन्हीं के हाथों होता है। जिसे चाहते हैं पात्र और जिसे चाहे अपात्र बना देते हैं।
सरकार द्वारा चलाई जा रही परिवाररिक लाभ योजना में दलाल, माफिया सक्रिय रहे। इस मामले में बिल्हौर एसडीएम ने इसे बड़ा गंभीर मुद्दा बताया, साथ ही जिन महिलाओं के पति जीवित हैं और पारिवारिक लाभ योजना का रुपया उठा रहे हैं, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही 200 से ऊपर लोगों का इसी तरह फर्जीवाड़ा सामने आया है जिनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।
फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद कार्रवाई
सुहागिन रहते हुए खुद को विधवा दिखानेवाली महिलाएं अपने आप को निर्दोष बता रही हैं। उनका कहना है कि उनको गलत तरीके से फंसाया गया है जबकि पारिवारिक लाभ प्राप्त करने के लिए इन महिलाओं के फोटो ,आधार कार्ड, बैंक पासबुक, पति की मृत्यु प्रमाण पत्र आदि दस्तावेज लगे हुए हैं और इनके खातों में सरकारी रुपया भी आ चुका है। बिल्हौर घाटमपुर के लगभग 9 ब्लॉकों में सैकड़ों ऐसे मामले सामने आए हैं जो कि चंद रुपयों के लालच में अपने पति को मृतक घोषित कर पैसे हड़प रहे हैं। इसमें कई दलाल माफियाओं सहित कई विभागीय कर्मचारियों की सांठ-गांठ से यह लाखों का फर्जीवाड़ा हुआ है।