काशी में शराब के ठेकों पर महिलाओं का हमला, योगी से बंदी की मांग
काशी के मंडुआडीह इलाके में महिलाओं ने ठेकों पर धावा बोलकर वहां तोड़फोड़ की। उन्होंने योगी सरकार से शराबबंदी की मांग भी की।
वाराणसी। उत्तर प्रदेश की कमान योगी आदित्यनाथ के हाथ में सौंपते ही अब काशी की महिलाएं एक्शन में आ चुकी हैं। इन महिलाओं के बुधवार के प्रदर्शन के बाद ये जाहिर हो गया कि सूबे की नई सरकार से अब प्रदेश की जनता के दिलों में उम्मीदों के चिराग जल उठे हैं। मंडुआडीह थाना क्षेत्र के ककरमत्ता इलाके में महिलाओं की टोली ने हाथों में डंडे और रॉड लेकर शराब की दुकानों पर धावा बोल दिया। जिसके बाद दुकान के सैल्समैन और ठेकेदारने शटर गिराकर भाग निकले। वहां महिलाओं ने तोड़फोड़ भी की।
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महिलाओं के भीड़ देखकर भागे दुकानदार
बुधवार को दोपहर बाद मंडुआडीह थाना क्षेत्र से देशी और अंग्रेजी शराब की दुकानों और मॉडल शॉप को एरिया से बाहर किये जाने की माँग को लेकर लगभग सौ की संख्या में महिलाएं सब्जी मंडी के ठेकों पर हंगामा करने लगीं। धरना-प्रदर्शन उसके बाद उन्होंने पथराव भी किया। यही नहीं, ये महिलाएं कुछ दूर पर बने हुए बियर की दुकान के पास पहुँच गयी। तब तक दुकानदार दुकान बंद कर बाहर भाग निकला था।
शराब ठेके पर महिलाओं ने की तोड़फोड़
प्रदर्शनकारी महिलाएं एक अंग्रेजी शराब की दुकान पर पहुंची जिसका शटर गिरा हुआ था पर बाहर कुर्सी-टेबल रखा हुआ था। फिर क्या, ये महिलाएं एक्शन में आ गयीं और उन्होंने तोड़फोड़ और पथराव करना शुरू कर दिया। जिसकी सूचना पर मौके पर पहुंची मंडुआडीह पुलिस और कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने समझा-बुझाकर महिलाओं को वापस भेजा ।
अपने पतियों पर लगाया आरोप
प्रदर्शन करने वाली इन महिलाओं ने अपने पतियों पर आरोप लगाते हुए इलाके के पुलिस अधिकारी और विधायक से कहा कि शराब की दुकानों के कारण रोजाना घर में पति रात में नशे में धुत होकर मारपीट करते हैं। जिससे बच्चों के भविष्य पर भी गलत असर पड़ता है।
योगी से शराबबंदी की मांग
महिलाओं ने कहा कि जब प्रदेश में सत्ता बीजेपी के योगी के हाथों में हमारे सांसद ने सौंप दी है तो अब योगी जी इन शराब की दुकानों को यूपी में भी बंद करा दें जिससे हमारे बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो सके। यही नहीं इन महिलाओ ने ये भी आरोप लगाया कि शराब की लत के कारण ही पति जितनी कमाई करते है उसे शराब पीने में गवा देते है और दो जून की रोटी में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
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