नोटबंदी के 50 दिन बाद पीएम मोदी के बनारस में जनता का क्या है मूड?
खासतौर पर पान और बनारसी साड़ी के व्यापारियों से बात करने पर पता चला कि नोटबंदी के बाद बिजनेस गिरा है लेकिन वे सरकार के इस कदम के समर्थन में हैं।
वाराणसी। नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की जनता का मूड क्या है? पान और बनारसी साड़ी के लिए दुनियाभर में वाराणसी का नाम है। आइए यहां के पान और बनारसी साड़ी के व्यापारियों से जानते हैं कि वो नोटबंदी के बारे में क्या सोचते हैं और 50 दिन बाद उनका क्या हाल है? Read Also: नोटबंदी पर राहुल गांधी के हमलों पर बीजेपी का पलटवार, पढ़िए बड़ी बातें
मोदी का समर्थन, बैंक कर्मियों पर सवाल
राम मूरत शर्मा (57) पान की दुकान लगाते हैं। पान का फुटकर व्यवसाय ये पिछले 20 सालों से करते आ रहे हैं। इसी व्यवसाय से ये पत्नी और दो बच्चों के परिवार को पालते हैं। राम मूरत कहते हैं कि नोटबंदी के बाद एक हफ्ते तक खासी परेशानी हुई लेकिन बाद में फिर बिजनेस कुछ ठीक हुआ। इनका कहना है कि नोटबंदी देशहित में हैं और इसमें थोड़ी परेशानी तो होनी ही थी। अगर बैंक कर्मचारियों ने ईमानदारी से काम किया होता तो ये परेशानी भी नहीं होती। इन्होंने नोटबंदी के कदम पर सरकार का समर्थन किया लेकिन बैंक के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया।
व्यापार 75 प्रतिशत तक कम हो गया
वाराणसी की पान की मंडी पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी मानी जाती है जहां से पूरे पूर्वांचल में व्यापार होता है। मगर नोटबंदी के 50 दिन होने पर भी ये मंडी शांत पड़ी हुई हैं । इस पर मंडी के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार निराशा व्यक्त करते हुए कहते हैं कि मंडी में व्यापारी 500 और 1000 के बड़े नोट लेकर आते थे। नोटबंदी के बाद से ये बड़े नोट उपलब्ध नहीं हैं इसलिए मंडी में व्यापार 75 प्रतिशत तक घट गया है।
बनारसी साड़ी के व्यापार पर बुरा प्रभाव
बनारस साड़ी का बिजनेस भी नोटबंदी के साइड इफेक्ट से अछूता नहीं है। नोटबंदी के 50 दिन बाद भी इस व्यवसाय का बुरा हाल है। वाराणसी के एक व्यापारी संतोष कुमार सिंह का कहना है, 'नोटबंदी के पहले जो व्यापार में 4 से 5 लाख का फायदा होता था, वह अब महीनेभर में घटकर 2 लाख तक हो गया है। नोटबंदी की शुरुआत में व्यापार काफी कम हो गया था। हलांकि अब वैसी स्थिति नहीं हैं लेकिन व्यापार सामान्य होने में अभी वक्त लगेगा।'
पीएम मोदी को 50 दिन से ज्यादा देने को तैयार
संतोष कहते हैं कि नोटबंदी का ये फैसला देशहित में हुआ है, इसलिए कोई बात नहीं, इससे कालधान बाहर आ रहा है। संतोष, पीएम मोदी को 50 दिन से अधिक का समय देने को तैयार हैं। तो बनारस में पान और बनारसी साड़ी के व्यापारियों की बातों से पता चला कि नोटबंदी के बाद उनके बिजनेस पर बुरा असर तो हुआ है लेकिन वे अपने सांसद और पीएम नरेंद्र मोदी के इस कदम से खुश हैं और उनको 50 दिन से ज्यादा समय देने को तैयार हैं। Read Also: नोटबंदी के 40 दिन बाद नरेंद्र मोदी सरकार के प्रति क्या है जनता है मूड, सर्वे में जानिए