जमीन पर लेट कर चिल्लाने लगा सिपाही तो एसएसपी दफ्तर में घूस मांगने वाले बाबू भागे
इलाहाबाद के दो विधायकों को भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में जगह मिली है। योगी कैबिनेट में इलाहाबाद से शामिल होने वाले विधायकों सिद्धार्थ नाथ सिंह व नंद गोपाल गुप्ता नंदी शामिल है।
इलाहाबाद। इलाहाबाद मण्डल के प्रतापगढ़ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उस वक्त बखेड़ा खड़ा हो गया जब एक घायल सिपाही मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए सेंशन हुए पैसे लेने पहुंचा। बाबू ने पैसा देने के बदले सुविधा शुल्क की डिमांड कर दी नाराज सिपाही बैसाखी फेंक कर जमीन पर लोटने लगा।
गोली लगने से घायल है सिपाही
सिपाही के अचानक इस जवाब से दफ्तर में काम कर रहे बाबू भाग खड़े हुये। तब तक तमाशबीनों की भारी भीड़ भी जुट गई और सूचना के बाद कप्तान ने बाबू व सिपाही को भी तलब किया है।प्रतापगढ के संग्रामगढ फायर ब्रिगेड स्टेशन पर पन्ना लाल दुबे की बतौर कांस्टेबल तैनाती है। पिछले माह ड्यूटी के दौरान दुबे को गोली लग गई थी । घायल दुबे ने इलाज के लिए मेडिकल आवेदन किया था ।सिपाही पन्ना लाल दुबे के मेडिकल ट्रीटमेंट के लिये विभागीय कार्रवाई के बाद 1.5 लाख रुपए सेंशन हुए थे। सरकार की ओर से उसे 1.5 लाख रुपए की सहायता दी गई थी। लेकिन एसएसपी दफ्तर के बाबू ने सुविधा शुल्क के चक्कर में उसकी मेडिकल पेमेंट पेंडिंग कर रखी थी। जैसा की आम जनता के साथ होता है वही सिपाही के साथ भी सरकारी दफ्तर में हो रहा था। सेंशन हुई धनराशि लेने के लिए विकलांग सिपाही महीनों से चक्कर लगा रहा था,लेकिन विभाग के बाबू लगातार उससे घूस की मांग करते रहे।
घूंस से परेशान सिपाही
पन्ना लाल अपने इलाज के लिये आया पैसा मांगने पहुंचा तो उससे एक बार फिर से रिश्वत की डिमांड की गई । अपने ही विभाग में इस तरह परेशान किये जाने पर सिपाही दुबे का पारा चढ़ गया और दफ्तर में ही वह बिफर पड़ा। उसने बैसाखी फेंक दी और जमीन पर गिरते ही जमकर हंगामा काटा । पन्ना लाल अपने बेटे के साथ आया था। असहज पिता को देखकर वह भी बेचैन हो गया। लेकिन अब मेडिकल का चेक और बाबू द्वारा घूस की मांग गले की फांस बनने लगा। सिपाही पुलिस ऑफिस में ही लेटकर हंगामा करने लगा।इस हंगामे को देख ऑफिस में मौजूद सभी बाबू वहां से फरार ही गये। एसएसपी तक बात पहुंची तो उन्होंने बाबुओ को तलब किया है। उम्मीद है कि इससे सिपाही को जनता की समस्या का एहसास हुआ होगा।