गायत्री प्रजापति की सहायता करने वाले पुलिस अधिकारी को योगी सरकार ने किया सस्पेंड
अमेठी के मुंशीगंज थाने में तैनाती के दौरान इस अधिकारी ने गायत्री प्रजापति के प्रति दरियादिली दिखाई थी। इस सांठगांठ का खुलासा पुलिसवाले के मोबाइल को ट्रेस करने से हुआ।
अमेठी। यूपी के अमेठी जिले के मुंशीगंज थाने में तैनात इंस्पेक्टर आर.के. सिंह को रेप के आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की सहायता करना महंगा पड़ गया। आरोप है कि रेप के मामले में पूर्व मंत्री के जमानत के कागजात को वैरीफीकेशन कराने के लिए इंस्पेक्टर ने दबाव बनाया था। जिसकी जानकारी होने पर एसपी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया।
ये है मामला
जानकारी के अनुसार बीते मंगलवार को राजधानी लखनऊ की पास्को कोर्ट ने रेप के मामले में आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री को जमानत दिया था। पूर्व मंत्री के जमानत में लगे गारंटी पेपर्स वैरीफीकेशन के लिए वहां से अमेठी भेजा गया। इस बीच आरोप है कि अमेठी के मुंशीगंज थाने के इंस्पेक्टर आर.के. सिंह ने जो कि मंत्री के खासमखास वर्दीधारियों में शुमार हैं, ने सम्बंधित पेपर्स को प्राइवेट मंगवा लिया। ये भी आरोप है कि पेपर्स मिलते ही इंस्पेक्टर ने सम्बंधित थाने पर दबाव बनाया कि तत्काल वैरीफीकेशन करके पेपर्स उन्हें दिया जाए। ये भी पढ़ें- जमानत मिलने के बाद गायत्री प्रजापति को फिर से भेजा गया जेल
मोबाइल ट्रेसिंग से हुआ खुलासा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाईप्रोफाइल मामला होने के चलते प्रशासन इस मामले में निगाह बनाए हुए था। सूत्र बताते हैं कि इंस्पेक्टर और पूर्व मंत्री के करीबियों के मोबाइल ट्रेसिंग पर थे, जिससे यह खुलासा हो सका। इसके बाद शासन ने इंस्पेक्टर को सस्पेंड करने का निर्देश पारित कर दिया। ये भी पढ़ें- गायत्री प्रजापति रेप केस: SC का यूपी पुलिस को निर्देश, पीड़ित महिला के परिवार को भी दी जाए सुरक्षा
गायत्री के चहेते इंस्पेक्टर का ये है अमेठी में इतिहास
सपा सरकार में जिस वक्त पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति का प्रदेश सहित अमेठी में सिक्का चलता था उस वक्त अमेठी कोतवाली में बतौर एसआई तैनात आर.के. सिंह की भी तूती बोलती थी। इसका प्रमाण ये है कि जिस कोतवाली में वो एसआई थे उसी कोतवाली का उन्हें इंस्पेक्टर बना दिया गया। बाद में शिकायतें मिली तो डिमोशन कर उन्हें दीवान बनाया गया और इस दौरान उनका ट्रांसफर उन्नाव जिले में कर दिया गया जिसके बाद आरके सिंह ने छुट्टी ले ली और फिर कुछ दिनों के बाद वो वापस अमेठी में पोस्टिंग कराने में सफल रहे। अमेठी में पोस्टिंग के बाद उन्होंने अमेठी कोतवाली के इंस्पेक्टर पोस्ट को हासिल करने के लिए सोर्स लगाया लेकिन अंत में उन्हें कमरौली थाने का इंचार्ज बनाया गया। कुछ दिन यहां पोस्टिंग के बाद उन्हें मुंशीगंज कोतवाली का इंस्पेक्टर बना दिया गया। ये भी पढ़ें- गायत्री प्रजापति मामला: महिला DSP पर किडनैपिंग का आरोप, FIR दर्ज
वैरीफीकेशन में लगता है वन वीक का टाइम: एसपी
फिलहाल पूर्व मंत्री की जमानत से सम्बंधित पेपर्स को तत्काल पूरा कराने के दबाव में अमेठी एसपी अनीस अहमद अंसारी ने उन्हें शासन के निर्देश पर सस्पेंड कर दिया है। एसपी ने बताया कि गैर जनपद के जमानत के पेपर्स वैरीफीकेशन में कम से कम एक सप्ताह का समय लगता है। लेकिन एक दिन में हुए इस वैरीफीकेशन में कुछ न कुछ संदेहास्पद पहलू छिपा है जिसकी जांच कराई जा रही है।