चौथे चरण के लिए तैयार यूपी, बड़े दिग्गजों की साख दांव पर
चौथे चरण में उत्तर प्रदेश के 12 जिलों में 53 सीटों पर लोग करेंगे मतदान, बड़े नेता हैं इस चरण में मतदान में, कईयों की साख दांव पर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चौथे चरण के लिए गुरुवार को मतदान होगा, चौथे चरण में कुल 12 जिलों की 53 सीटों पर लोग मतदान करेंगे। इस चरण में कुल 680 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, यहां गौर करने वाली बात कि इस चरण में सिर्फ 9 फीसदी महिला उम्मीदवार मैदान में हैं। तीसरे चरण के मतदान में कई बड़े दिग्गज नेताओं का भी भाग्य दांव पर लगा है, जिसमें रघुराज प्रताप सिंह से लेकर अदिति सिंह तक का नाम शामिल है।
तीसरे चरण में कुल 1 करोड़ 69 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 2012 के चुनावों में इस चरण में कुल 58 फीसदी मतदान हुआ था। तमाम दलों ने इस चरण में 72.7 फीसदी उम्मीदवारों को टिकट दिया है, यानि कुल 493 उम्मीदवारों को टिकट बांटा गया है, जिनकी उम्र 25 से 50 वर्ष के बीच है। इस चरण में कई करोड़पति उम्मीदवार भी मैदान में है, तमाम दलों के 189 करोड़पति उम्मीदवार की किस्मत इस चरण में दांव पर है, जिसमें सबसे अधिक करोड़पति उम्मीदवार बसपा के हैं।
पैसे का बोलबाला
चौथे चरण में प्रतापगढ़, कौशांबी, इलाहाबाद, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर और रायबरेली में चुनाव होना है। इन सभी 12 जिलों के 53 सीटों पर गुरुवार को मतदान होगा। इस चरण में कुल 189 करोड़पती उम्मीदवारों में बसपा ने 53 में से कुल 45 उम्मीदवार, भाजपा ने 48 में से 36 सीटों पर, सपा ने 33 में से 26 करोड़पति उम्मीदवारों जबकि कांग्रेस ने 25 में से 17 करोड़पतियों को टिकट दिया है। सबसे अमीर उम्मीदवारों पर नजर डालें तो कौशांबी से निर्दलीय सुभाष चंत्र की कुल संपत्ति 70 करोड़, भाजपा के नंदगोपाल नंदी के पास 57 करोड़, बसपा के उम्मीदवार मसरूर शेख के पास 32 करोड़ रुपए की संपत्ति है।
जातिगत समीकरण
वहीं इस चरण में उम्मीदवारों की शैक्षिक योग्यता पर नजर डालें तो कुल 680 में से 268 उम्मीदवार ऐसे हैं जो 5वीं से 12वीं तक ही पढ़े हैं, जबकि 367 उम्मीदवार ऐसे हैं जो स्नातक हैं, वहीं 6 उम्मीदवार अनपढ़ और 36 सिर्फ साक्षर हैं। 2012 के चुनावी परिणाम पर नजर डालें तो चौथे चरण में सपा को 25 सीटें, बसपा को 15 सीटें, कांग्रेस को 6, भाजपा को 3, अपना दल को 1, पीस पार्टी को 1 व एक निर्दलीय को जीत हासिल हुई थ। यूपी में जातिगत समीकरण पर नजर डालें तो प्रदेश में कुल 26 फीसदी दलित, 13 फीसदी ब्राह्मण, 9 फीसद मुस्लिम व 8 फीसदी यादव हैं।
बाहुबली अखिलेश सिंह की बेटी अदिति सिंह की परीक्षा
चौथे चरण में कई ऐसे लोकप्रिय चेहरे भी हैं जो पहली बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिसमें सबसे बड़ा नाम अदिति सिंह हैं। अदिति सिंह रायबरेली की सदर सीट से पहले बार चुनाव लड़ रही हैं व बाहुबली नेता अखिलेश सिंह की बेटी हैं। अदिति सिंह लंदन से एमबीए की डिग्री लेकर आई हैं और अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए चुनावी मैदान में उतरी हैं। उनके खिलाफ पूजा पाल जोकि अतीक अहमद को चुनाव में हरा चुकी हैं मैदान में हैं।
प्रमोद तिवारी की बेटी आराधना मिश्रा भी मैदान में
इस चरण में कांग्रेस के बड़े नेता औऱ राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी की बेटी आराधना सिंह भी मैदान में हैं। यहां गौर करने वाली बात है कि प्रमोद तिवारी यहां से लगातार 9 बार चुनाव जीत चुके हैं। आराधना मिश्रा रामपुर की खास सीट से मैदान में हैं, वहीं बादल चटर्जी इलाहाबाद उत्तरी से चुनावी मैदान में हैं जिनकी छवि साफ नेता के तौर पर है।
नंद गोपाल नंदी
इलाहाबद की दक्षिण सीट से बसपा छोड़ भाजपा में आए नंदगोपाल नंदी मैदान में हैं, नंदी भाजपा के करोड़पति उम्मीदवार हैं और हाल ही में उन्होंने भाजपा का दामन थामा है। हालांकि पहले उनकी पत्नी को भी टिकट दिया गया था लेकिन बतौर मेयर रहते उनके नामांकन को रद्द कर दिया गया। नंदी 2014 में सपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं। वहीं इलाहाबाद की उत्तरी सीट से अनुग्रह नारायण मैदान में हैं वह लगातार तीन बार से यहां के विधायक हैं।
ददुआ का बेटा भी मैदान में
भाजपा ने मेजा सीट से नीलम करवरिया को मैदान में उतारा है, जोकि बाहुबली उदयभान करवरिया की पत्नी हैं, उदयभान करवरिया पर हत्या का मामला दर्ज है और वह जेल में है। नीलम करवरिया करोड़पती उम्मीदवारों की लिस्ट में हैं। वहीं सपा ने चित्रकूट सीट से कुख्यात डकैत ददुआ के बेटे वीर सिंह पटेल को टिकट दिया है, जोकि सपा के मौजूदा विधायक हैं।
रघुराज प्रताप सिंह जीत का अंतर बढ़ाने के लिए मैदान में
चौथे चरण में बाहुबली नेता रघुराज प्रताप सिंह भी मैदान में हैं और उनके नाम यह रिकॉर्ड है कि 1993 से लगातार वह चुनाव जीतते आ रहे हैं, राजा भैया को इस बार भी हार का डर नहीं सता रहा है बल्कि वह अपनी जीत के अंतर को बढ़ाने में जुटे हैं। पिछली बार वह 80 हजार वोट के अंतर से जीते थे। रघुराज प्रताप सिंह के अलावा स्वामी प्रसाद मौर्या के बेटे उत्कर्ष मौर्या भी भाजपा के टिकट पर ऊंचाहार सीट से मैदान में हैं।