यूपी विधानसभा चुनाव 2017: गठबंधन के बाद भी इस सीट पर सपा-कांग्रेस उम्मीदवार आमने-सामने
समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा और कांग्रेस नेता मारुफ खान, दोनों ने ही लखनऊ मध्य विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन हुआ है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस गठबंधन के औपचारिक ऐलान और दोनों दलों के बीच एकजुटता को दर्शाने के लिए रविवार को लखनऊ में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस और रोड शो भी किया। बावजूद इसके मध्य लखनऊ विधानसभा सीट को लेकर दोनों दलों के उम्मीदवारों के बीच विवाद जरुर सामने आ गया है।
मध्य लखनऊ सीट पर सपा-कांग्रेस विवाद गहराया
समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा और कांग्रेस नेता मारुफ खान, दोनों ने ही लखनऊ मध्य विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है। उन्होंने बताया कि नामांकन को लेकर उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात की है। मारुफ खान ने बताया कि मुझे राज बब्बर और गुलाम नबी आजाद के इशारे पर ही नामांकन किया है। समाजवादी पार्टी विधायक रविदास मेहरोत्रा से बताया कि अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने मेरे लिए लोगों से वोट देने की अपील की है। मैं चुनाव में लड़ूंगा। मारुफ खान अपना नामांकन वापस लेंगे।
मध्य लखनऊ विधानसभा सीट अकेली ऐसी सीट नहीं है जहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के उम्मीदवार आमने-सामने हों। गठबंधन के बाद भी सपा और कांग्रेस के बीच कई सीटों पर विवाद देखने को मिल रहा है। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता सीट शेयरिंग के मुद्दे को सुलझाने की कवायद में जुटे हुए हैं। गठबंधन के बाद यूपी की 403 विधानसभा सीटों में से समाजवादी पार्टी 298 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वहीं कांग्रेस पार्टी 105 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन के बाद यूपी में त्रिकोणीय मुकाबला देखने मिलेगा। जहां इस गठबंधन के मुकाबला बीजेपी और बहुजन समाज पार्टी से होगा। उत्तर प्रदेश में सात चरण में मतदान होगा। यहां 11 फरवरी को पहले चरण का चुनाव होगा, सातवें और आखिरी चरण चुनाव 8 मार्च को होगा। चुनाव नतीजे 11 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
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