यूपी चुनाव: 'लव जिहाद' के मुद्दे से मुकाबले के लिए राष्ट्रीय लोकदल ने चला ये दांव
राष्ट्रीय लोकदल ने इस बार दो सीटों पर ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है जिन्होंने अंतर धार्मिक और अंतर्जातीय विवाह किया है। पार्टी ने हापुड़ विधानसभा सीट पर अंजु मुस्कान को टिकट दिया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है और भी खास होता जा रहा है। यूपी चुनाव में अकेले लड़ रही अजित सिंह की राष्ट्रीय लोकदल की नजर मुस्लिम और जाट वोटरों पर है। पार्टी अपनी सारी रणनीति इनको ध्यान में रखकर बना रही है। राष्ट्रीय लोकदल इस बार दो सीटों पर ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है जिन्होंने अंतर धार्मिक और अंतर्जातीय विवाह किया है।
विरोधियों को चित करने के लिए रालोद का बड़ा दांव
पार्टी ने हापुड़ विधानसभा सीट पर अंजु मुस्कान को टिकट दिया है। अंजु दलित वर्ग से आती हैं। उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल के स्थानीय नेता फरमान अली शादी की है। रालोद ने हस्तिनापुर की कुसुम देवी को भी उम्मीदवार बनाया है। वो भी दलित वर्ग से हैं और गुर्जर परिवार में शादी की है। राष्ट्रीय लोकदल का मानना है कि पार्टी अपनी इस रणनीति के जरिए फटे हुए कपड़े सिलाई करने में मदद मिलेगी। यूपी के मुजफ्फरनगर दंगों में कई परिवार प्रभावित हुए थे। राष्ट्रीय लोकदल की ओर से कहा गया कि उनके इस फैसले की वजह सिर्फ ये है कि पार्टी उन लोगों को साफ संदेश देना चाहती है जो लव जिहाद के मुद्दे को बढ़ा-चढ़ा कर पेश करते हैं।
राष्ट्रीय लोकदल ने हापुड़ से मुस्कान को उम्मीदवार बनाया है, इस इलाके में करीब 45 हजार दलित वोटर हैं, मुस्कान दलित वर्ग से आती हैं ऐसे में पार्टी को उम्मीद है कि दलित मतदाता मुस्कान के पक्ष में वोट जरुर करेंगे। दूसरी ओर उन्होंने फरमान अली से शादी की है जो कि मुस्लिम समुदाय से आते हैं ऐसे में इलाके के करीब एक लाख मुस्लिम वोट भी उनके पक्ष में आ सकते हैं। वहीं कुसुम की बात करें तो राष्ट्रीय लोकदल को लगता है कि उनके पक्ष में गुर्जर और दलित दोनों ही वर्गों का समर्थन मिलेगा। कुसुम को हस्तिनापुर विधानसभा सीट से रालोद ने टिकट दिया है। इस इलाके में 70 हजार गुर्जर और 45 हजार दलित वोटर हैं। कुसुम इसी गणित से 2016 में जिला पंचायत चुनाव जीतने में कामयाब रही थी।
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