यूपी चुनाव: अखिलेश यादव का नया दांव, डोर-टू-डोर कैंपेन से बनेगी बात
अखिलेश यादव कैंप ने चुनाव प्रचार का नया तरीका अपनाया है, पार्टी ने 'एक मिनट घोषणा-पत्र' प्रचार अभियान की शुरूआत की है। इसमें समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से बात करेंगे।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी समाजवादी पार्टी यूपी में अपनी सरकार बचाने के लिए हरसंभव कवायद में जुटी हुई है। पार्टी के मुखिया और यूपी के सीएम अखिलेश यादव नहीं चाहते कि यूपी की सत्ता उनके हाथों से खिसके। यही वजह है कि पार्टी लगातार वोटरों को रिझाने के लिए नए-नए दांव अपना रही है।
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अखिलेश यादव कैंप का 'एक मिनट घोषणा पत्र' कैंपेन
क्या समाजवादी पार्टी का ये दांव होगा कामयाब?
यूपी चुनाव में पहले चरण का चुनाव संपन्न हो चुका है। इस बीच अखिलेश यादव कैंप के चुनाव प्रचार का खास तरीका सामने आया है। पार्टी ने 'एक मिनट घोषणा-पत्र' प्रचार अभियान की शुरूआत की है। इसमें समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से बात करेंगे। सपा कार्यकर्ता इस कैंपेन के जरिए लोगों को समाजवादी पार्टी के घोषणा-पत्र से जुड़ी अहम जानकारियां देंगे। इतना ही नहीं सपा कार्यकर्ता इस कैंपेन के जरिए राह चलते लोगों के बीच भी पार्टी का घोषणा-पत्र बांटेंगे।
एक मिनट में बताई जाएगी सपा के घोषणा-पत्र की खास बातें
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस कैंपेन के लिए खास पोस्टकार्ड बनवाए हैं जिसमें पार्टी के घोषणा-पत्र से जुड़ी अहम बातें दर्ज हैं। सपा कार्यकर्ता इसे लोगों को देकर उनसे अपील कर रहे हैं कि एक बार पार्टी के घोषणा पत्र को देखें, अगर पसंद आता है तो एक नंबर पर मिस्ड कॉल करके अपना समर्थन जरुर जताएं। मिस्ड कॉल के बाद उनके पास समाजवादी पार्टी की ओर से फोन जाएगा जिसमें उन्हें पार्टी के घोषणा पत्र की जानकारियां दी जाएंगी, वो भी महज 60 सेकंड में। अगर सपा का घोषणा पत्र उन्हें पसंद आता है तो फोन के दौरान 1 दबाकर समर्थन की अपील की जाती है।
अंशुमान शर्मा का इस कैंपेन को लेकर है खास रोल
हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट अंशुमान शर्मा का सपा के इस अभियान में अहम रोल माना जाता हैं। अंशुमान, अखिलेश यादव की टीम के साथ 2015 से जुड़े हुए हैं और पार्टी के प्रमुख सदस्य हैं। ये कैंपेन नोएडा, गाजियाबाद और बरेली में चलाया गया और अब ये लखनऊ और कानपुर में भी शुरू किया जा रहा है।
यूपी में सपा और कांग्रेस साथ लड़ रही है चुनाव
समाजवादी पार्टी को इस कैंपेन के जरिए अच्छे प्रभाव की उम्मीद है। बता दें कि यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के साथ चुनाव में उतरी है। समाजवादी पार्टी 'काम बोलता है' और 'यूपी को ये साथ पसंद है' नारे के जरिए लोगों के बीच गई है। इसमें पार्टी ने सपा सरकार में कराए विकास कार्य को पेश करने की कोशिश की गई है। वहीं अखिलेश यादव और राहुल गांधी के एक साथ आने को भी भुनाने की कोशिश की जा रही है।