SSP लव कुमार का तबादला सजा है या इनाम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा के नेता के खिलाफ कार्रवाई करने वाले एसएसपी का किया तबादला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अबतक का सबसे बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है, उन्होंने तकरीबन 140 अधिकारियों के तबादले करके सूबे में हड़कंप मचा दिया, इनकी जगह पर नए चेहरों को मौका दिया गया है। जिसमें जिलाधिकारियों से लेकर एसएसपी भी शामिल हैं। दो दर्जन से अधिक जिलों के डीएम और एसएसपी के तबादले किए गए हैं।
लव कुमार ने भाजपा नेता के खिलाफ की थी कार्रवाई
जिन अधिकारियों के ट्रांसफर किया गया है उसमें लव कुमार जोकि सहारनपुर के एसएसपी हैं जिन्होंने भाजपा नेता लखनपाल के खिलाफ कार्रवाई की थी। लखनपाल ने प्रदर्शन की अगुवाई की थी जिसके बाद हिंसा हुई थी। लव कुमार के घर पर लखनपाल ने प्रदर्शन किया था जोकि दो मामलों दंगा भड़काने का आरोपी है, इसने एसएसपी लव कुमार को नालायक तक करार दिया था, यही नहीं उसने कहा था कि वह एसएसपी को यहां से हटवा देगा।
एसएसपी के घर पर हुआ था हमला
लव कुमार के घर पर जब हमला किया गया था तो वहां मौजूद उनके बच्चे और पत्नी काफी डर गए थे, इस हमले का आईपीएस एसोसिएश ने भी निंदा की थी और इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया था। एसोसिएशन ने कहा था कि यह अधिकारियों को हतोत्साहित करता है, परिवार सदमें में जाता है, उम्मीद है कि सरकार पुलिस के उत्साह को नहीं गिरने देगी। लेकिन भाजपा नेता का कहना है कि हमने कोई गलती नहीं की है, यहां पर बेहद ही खराब प्रशासन है।
गौतम बुद्ध नगर का मिला चार्ज
इस घटना के महज एक हफ्ते के बाद आदित्यनाथ सरकार ने बड़ा फेरबदल करते हुए तमाम अधिकारियों के ट्रांसफर कर दिए और उन्होंने लव कुमार का भी तबादला कर दिया, बहरहाल मुख्यमंत्री के इस फैसले से लोगों के बीच क्या संदेश जाएगा यह देखने वाली बात होगी। सरकार ने ना सिर्फ लव कुमार का तबादला किया है बल्कि सहारनपुर के जिनाधिकारी शफकत कमाल का भी तबादला कर दिया। कमाल को राज्य के ग्रामीण विकास विभाग में स्पेशल सेक्रेटरी बनाया गया है। लव कुमार को गौतम बुद्ध नगर का एसएसपी बनाया गया है, जिसमें नोएडा भी आता है।
चुनाव आयोग ने की थी तैनाती
हालांकि यहां गौर करने वाली बात यह है कि लव कुमार जिनकी उम्र 38 वर्ष है उन्हें गौतम बुद्ध नगर का एसएसपी बनाया गया है, इसके जरिए मुख्यमंत्री ने यह संदेश भी देने की कोशिश की है कि उन्हें सजा नहीं दी गई है बल्कि उन्हें उनके काम के लिए इनाम दिया गया है। लव कुमार को यूपी में चुनाव से ठीक तीन महीने पहले चुनाव आयोग ने एसएसपी बनाया था, विपक्ष ने जब मौजूदा एसएसपी पर सपा के करीबी होने का आरोप लगाया था तो लव कुमार को यहां का एसएसपी बनाया गया था।