शमी हत्याकांड: शूटरों ने नहीं साले-बहनोई ने की हत्या, मामले में एक इंस्पेक्टर सस्पेंड
हत्या की रात रुखसार ने जाबिर और निसार दोनों को प्रतापगढ़ तक पहुंचाया था। प्रतापगढ़ के मान्धाता पंवारपुर गांव में जाबिर और निसार ने एक रिश्तेदार के घर रात भर पनाह ली थी।
इलाहाबाद। मऊआइमा में हिस्ट्रीशीटर व पूर्व ब्लाक प्रमुख मो. शमी की हत्या भाड़े के शूटरों ने नहीं बल्कि जाबिर व उसके बहनोई निसार ने की थी। हत्या के बाद दोनों को रुखसार ने इलाहाबाद से प्रतापगढ़ तक पहुंचाया था। रुखसार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है जो परत दर परत राज खोल रहा है।
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मामले में बवाल का कारण बने नामजद भाजपा ब्लाक प्रमुख सुधीर मौर्या का लिंक हत्याकांड से जुड़ा है या नहीं इसका राज जाबिर के साथ गुम है। अगर जाबिर पकड़ा गया तो सप्ताह भर से चल रहा सियासी ड्रामा भी खत्म हो जायेगा। फिलहाल एसएसपी शलभ माथुर ने कड़ी कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर मऊआइमा बृजेश बघेल को सस्पेंड कर दिया है। एसएसपी ने बताया कि शमी और जाबिर में दुश्मनी होने के बाद इंस्पेक्टर ने कोई निरोधात्मक कार्रवाई नहीं की। हत्याकांड के बाद भी मामले में लापरवाही बरती गई। जिसके चलते उन पर कार्रवाई की गई है।
पहले से तय था प्लान
हत्या की रात रुखसार ने जाबिर और निसार दोनों को प्रतापगढ़ तक पहुंचाया था। प्रतापगढ़ के मान्धाता पंवारपुर गांव में जाबिर और निसार ने एक रिश्तेदार के घर रात भर पनाह ली थी। सुबह दोनों वहां से निकल गए। अब जब पुलिस पंवारपुर गांव पहुंची तो वहां भी सुराग हाथ लगे हैं। जाबिर की लोकेशन प्रतापगढ़ के बाद लखनऊ ट्रेस हुई है। टीमें वहां भी उसकी तलाश में लगी हुई हैं।
शमी से था 36 का आंकड़ा
जाबिर और मो. शमी के बीच 36 का आंकड़ा था और उनके बीच की अदावत जंग जाहिर थी। इनके बीच दुश्मनी तीन महीने पहले तब बढ़ गई जब जाबिर को मऊआइमा पुलिस ने चोरी की गाड़ी और असलहे के साथ पकड़ कर जेल भेज दिया। जाबिर को पूरा शक था कि उसे शमी ने ही जेल भिजवाया है और फिर जाबिर इसका बदला लेने की फिराक में अपने साले से मिला और वारदात को अंजाम दिया।
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