4 साल की बेटी पर मां को आया गुस्सा, मिट्टी का तेल छिड़क जिंदा जला दिया
यूपी के रामपुर में एक सौतेली मां ने अपनी 4 साल की बेटी और 2 साल की भांजी को मिट्टी का तेल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया। इलाज के दौरान भांजी की मौत हो गई जबकि बेटी जिंदा बच गई।
रामपुर। शायद ही कोई यकीन कर सके कि फूल सी मासूम बच्चियों को कोई मां ही अपने हाथों आग के हवाले कर सकती है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है यूपी के रामपुर में, जहा एक मां ने 4 साल की अपनी बेटी और अपनी नन्द की 2 वर्षीय बेटी को घर में अकेला पा कर मिट्टी का तेल डाल कर आग लगा दी। आग से बुरी तरह झुलसी मासूम बच्चियों को इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया जहां 6 दिन बाद एक की मौत हो गयी, जबकि दूसरी बच्ची की जान किसी तरह बच सकी।
मासूम ने खोला राज
4 साल की इस मासूम बच्ची हुमेरा की जान बच तो गयी लेकिन कोई भी आसानी से इसकी मासूम आंखों में उस पल के खौफ को देख सकता है। डर का आलम यह है की वह कुछ अच्छे से बोल भी नहीं पा रही है.. काफी पूछने पर उसने धीमी आवाज में लोगों को बताया कि मेरी अम्मी ने ही मुझपर मिटटी का तेल डाला और फिर आग लगा दी। आग में जला कर अपनी भांजी को मार देने और बुरी तरह झुलस चुकी अपनी बेटी को इस हाल में पहुंचाने वाली अपनी क्रूर पत्नी को सजा दिलाने का बीड़ा अब उसके पति ने ही उठाया है। पुलिस से इन्साफ की गुहार लगा कर नाउम्मीद हो चुका अभागा बाप अब कोर्ट कचहरी के चक्कर लगा रहा है।
बेटी को क्यों किया आग के हवाले
इस दर्दनाक घटना के पीछे इस अभागे परिवार की कहानी है। रहमत अली की पत्नी और इस मासूम की मां शबनम की दो साल पहले मौत हो गयी थी। बचपन में ही ममता से महरूम हो चुकी अपनी मासूम बेटी को मां की ममता दोबारा देने के लिए रहमत अली ने दूसरी शादी रचा ली लेकिन उसकी दूसरी पत्नी सरताज जहाँ ने इस मासूम को सिर्फ और सिर्फ सौतेली मां की नजर से ही देखा और मन में नफरत ही पालती रही। नफरत की उसकी आग इतनी धधकी की एक दिन उसने इस मासूम और इसके साथ खेल रही अपनी नन्द की 2 वर्षीय बेटी को मिटटी का तेल डाल कर आग लगा दी।
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उल्टा पति को धमका रही है पत्नी
बच्चियों को यूं जलता देख भाग कर आए पड़ोसियों ने पानी डाल कर आग को बुझाया और उनको लेकर अस्पताल भागे। अस्पताल वालों ने मुरादाबाद के तीर्थांकर मेडिकल कॉलेज भेजा जहां से दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल भेज दिया गया। नन्द की 2 वर्षीय मासूम बच्ची ने 6 दिन बाद इस बेरहम दुनिया को अलविदा कह दिया लेकिन शायद इस बेहद कड़वे सच को उजागर करने और इस राज से पर्दाफाश करने के लिए ही ईश्वर ने इस मासूम को बचा लिया। मासूम के मुंह से सच्चाई सुनकर रहमत अली ने अपनी पत्नी से इस बाबत सवाल किया तो वह अपने मायके चली गयी और उल्टा उसे ही धमकाने लगी।