बिजली विभाग के स्टेनो 45 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
पूछताछ व अन्य कार्रवाई करने के बाद स्टेनो के खिलाफ रिश्वत लेने का मामला शहर कोतवाली में दर्ज कराया।
मिर्जापुर। यूपी के मिर्जापुर में एसपी विजिलेंस से की गयी शिकायत के बाद विजिलेंस टीम ने मंगलवार को बिजली विभाग के स्टेनो को टेंडर के एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर के लिए 45 हजार रुपये का रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। विजिलेंस टीम स्टेनो को शहर कोतवाली ले आयी। तलाशी लेने पर स्टेनो के पास से 35 हजार 570 रुपये और बरामद हुए। पूछताछ व अन्य कार्रवाई करने के बाद स्टेनो के खिलाफ रिश्वत लेने का मामला शहर कोतवाली में दर्ज कराया।
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सब स्टेशन के परिचालन के टेंडर का था मामला
मंडल वितरण खंड कार्यालय से भवानीपुर सब स्टेशन के परिचालन का टेंडर निकाला था। टेंडर भदोही के कोईरौना निवासी निर्पत यादव का हुआ था। ठेकेदार निर्पत यादव ने पुलिस अधीक्षक सर्तकता अधिष्ठान वाराणसी शिवशंकर सिंह से शिकायत की कि कार्यालय में तैनात स्टेनो विजय श्रीवास्तव टेंडर के एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कराने के नाम पर 45 हजार रुपये रिश्वत मांग रहे हैं। एसपी विजिलेंस शिवशंकर सिंह ने निरीक्षक प्रमोद कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में एक टीम को मामले में कार्रवाई करने के लिए भेजा। ठेकेदार निर्पत यादव मंगलवार की दोपहर पौने दो बजे एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर के लिए मांगे गये 45 हजार रुपये स्टेनो को दिया। रुपया लेने के बाद विजलेंस की टीम कार्यालय में पहुंची और स्टेनो को रंगेहाथ गिरफ्तार करते हुए शहर कोतवाली ले आयी।
दो हजार और पांच सौ के नोट बरामद हुए
शहर कोतवाली में एक घंटे तक बंद कमरे में पूछताछ हुयी। विजिलेंस प्रभारी प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने बताया कि स्टेनो विजय श्रीवास्तव के पास से दो हजार के 20 नोट, पांच सौ के 10 नोटरिश्वत के बरामद हुए। साथ ही तलाशी लेने पर 35 हजार पांच सौ 70 रुपये और मिले। शहर कोतवाली में रिश्वत लेने का मामला दर्ज कर लिया गया है। वहीं स्टेनो का कहना है कि उसे फंसाया जा रहा है। ठेकेदार से सब स्टेशन चलाने के लिए आईटीआई की मार्कशीट मांगी थी, ठेकेदार ने कागजात के साथ रुपया दिया।
जांच
से
शहर
कोतवाल
को
रखा
गया
दूर
विजिलेंस
की
टीम
फतहां
स्थित
बिजली
विभाग
में
स्टेनो
को
रंगेहाथ
रिश्वत
लेते
हुए
गिरफ्तार
करने
के
बाद
शहर
कोतवाली
लेकर
आयी।
शहर
कोतवाली
में
आने
के
बाद
कोतवाल
के
कमरे
में
स्टेनो
से
पूछताछ
की
गई।
इस
दौरान
शहर
कोतवाल
वैभव
सिंह
को
बाहर
बैठाया
गया।
उन्हें
पूछताछ
और
जांच
प्रक्रिया
से
दूर
रखा
गया।
20 साल से जिले में तैनात है स्टेनो विजय
बिजली विभाग के मंडल वितरण खंड कार्यालय में तैनात विजय श्रीवास्तव बलिया जिले के मूल निवासी हैं। वह 20 साल से बिजली विभाग में कार्यरत हैं। पूरे परिवार के साथ वह फतहां स्थित बिजली विभाग के हैडिल कालोनी में रहते है। स्टेनो अपने आपको निर्दोष बता रहे हैं, पर विजलेंस की टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ा है। स्टेनो के पकड़े जाने पर कई सालों से कब्जा जमाये स्थानीय ठेकेदार व अन्य दलाल किस्म के लोगों में हड़कंप मच गया। लोगों का कहना था कि बिजली विभाग में काफी भ्रष्टाचार है। यहां पर आदमी को अपना बिल जमा करने के लिए परेशान होना पड़ता है। रिश्वत देकर कोई भी कार्य गैरकानूनी तरीके से कराया जाता है। ऐसे में विजिलेंस की ओर से की गयी कार्रवाई सराहनीय है।
ये
रहे
विजिलेंस
की
टीम
में
विजलेंस
की
टीम
में
निरीक्षक
प्रमोद
कुमार
त्रिपाठी
के
साथ
योगेंद्र
राय,
दयाशंकर
यादव,
अरविंद
सिंह,
अखिलेश,
नवीन
चौरसिया,
रामबरन
यादव
व
शिशुपाल
यादव
आदि
रहे।
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