पुलिसवाले ही दे रहे थे अंडरवर्ल्ड को खुफिया सूचना, 8 लाइन हाजिर
इलाहाबाद। वैसे तो अपराधियों से वर्दीधारियों की नजदीकी आपने फिल्मों में खूब देखी होगी लेकिन इलाहाबाद पुलिस में ऐसे ही आठ सिपाहियों कि पहचान हुई है जो अंडरवर्ल्ड माफियाओ के लिये मुखबिरी कर रहे थे। वह पुलिस की गोपनीय सूचनाएं लीक करते जिसके चलते पुलिस की हर कार्रवाई से पहले जरायम की दुनिया के बादशाह सतर्क हो जाते। वह पुलिस के जाल में फंसकर भी निकल जाते। लेकिन इनकी भी सूचना लीक होने बाद एसएसपी इलाहाबाद आनंद कुलकर्णी ने गोपनीय जांच कराई और नैनी थाने में तैनात आठ सिपाहियों को चिन्हित करते हुये तत्काल लाइन हाजिर किया है। साथ ही इनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई शुरू हो गई है। ऐसे नहीं है कि इस मुखबिरी मे सिर्फ सिपाही ही शामिल हैं। एसएसपी ने कुछ आला दर्जे के अधिकारियों के भी इसमे शामिल होने का अंदेशा जाहिर किया है।
किन पर हुई कार्रवाई
अपने ही डिपार्टमेंट से गद्दारी करने पर लाइन हाजिर हुये सिपाहियों में सभी इलाहाबाद के नैनी थाने में तैनात हैं। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने उनके नाम मीडिया से साझा किया है। जिनमें सिपाही दिवाकर मिश्र, दूधनाथ, राजेश पटेल, अनिल गुप्ता, अमित पांडेय, जय प्रकाश सिंह, अतुल कुमार सिंह व कमालुद्दीन को लाइन हाजिर किया गया।
जेल से लेकर बाहर तक था जाल
यूपी में योगी सरकार के आने के बाद से ही जेल में बंद अंडरवर्ल्ड माफियाओ से लेकर बाहुबलियों पर पुलिस नकेल कस रही है। एनकाउंटर से लेकर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। लेकिन इन सबके बीच ज्यादातर माफिया बच निकल रहे हैं। माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए गोपनीय प्लान बनता है। लेकिन वह लीक हो जाता है। जिससे सटीक कार्रवाई नहीं हो पा रही है। इसके बाद ही एसएसपी ने अपनी एक टीम थानों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए लगाई । तो पहली किश्त में आठ सिपाही का नाम सामने आया। जो माफियाओं के लिए मुखबिरी कर रहे हैं।
बड़े अधिकारियों पर कब होगी कार्रवाई
दरअसल, थाने में अधिकारियों के बीच जो भी बाते होती थीं। उसकी जानकारी गद्दार सिपाहियों के कारण माफिया तक पहुंच जाती और वह सतर्क हो जाते हैं। इनका जाल जेल से लेकर बाहर तक है। यह अंदर से बाहर और बाहर से अंदर सूचना भी पहुंचाते थे। हालांकि यहां सवाल यह भी है कि थानों के अलावा भी कार्रवाई की रणनीति बनती है। वहां से लीक हो रही सूचनाओ को तो सिपाही स्तर से माफियाओ को फारवर्ड नहीं किया जाता होगा। ऐसे में उनपर कब कार्रवाई होगी। यह देखना दिलचस्प होगा।