अखिलेश यादव की 191 उम्मीदवारों की लिस्ट में जमकर चली टीपू की तलवार
आखिरकार सपा हुई अखिलेश यादव की, अखिलेश यादव ने जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट, 191 उम्मीदवारों की जारी हुई पहली लिस्ट।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी पर अखिंलेश यादव का कब्जा होने के साथ ही पार्टी पर अखिलेश की छाप दिखना शुरु हो गई है। अखिलेश यादव ने सपा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट को जारी कर दिया है और इस लिस्ट में अखिलेश ने अपना दम दिखाते हुए उन तमाम उम्मीदवारों का टिकट काट दिया है जिनको लेकर वह पार्टी के भीतर आवाज उठाते रहे और आखिरकार उन्होंने अपने ही पिता से बगावत कर दी थी।
अखिलेश यादव ने अपनी बेदाग छवि को इस लिस्ट मे बरकरार रखने की पूरी कोशिश की है और उन लोगों का नाम इस लिस्ट से साफ कर दिया है जिन्होंने परिवार के भीतर विवाद के वक्त अखिलेश का खुलकर विरोध किया या उनके साथ खड़े नहीं हुए।
आइए डालते अखिलेश की लिस्ट में उन बड़े नामों पर जिनपर परिवार के विवाद के बाद अखिलेश यादव ने अपना निर्णायक फैसला लिया है।
बेनी प्रसाद के बेटे का टिकट कटा
परिवार के भीतर विवाद में बेनी प्रसाद वर्मा ने मुलायम सिंह यादव का समर्थन किया था और अखिलेश यादव के विरोध में बयान दिए थे, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है और उनके बेटे राकेश वर्मा का टिकट कट गया है। राकेश वर्मा की जगह अरविंद सिंह गोप को अखिलेश यादव ने टिकट दिया है। गोप को अखिलेश यादव का काफी करीबी माना जाता है और वह सपा सरकार में मंत्री भी थे।
आजम को मिला अखिलेश का साथ
पिता-पुत्र विवाद में आजम खान ने काफी अहम भूमिका निभाई थी और इस विवाद पर बहुत ही सधी बयानबाजी की थी, उन्होंने विवाद को खत्म करने की तमाम कोशिशें की जिसका उनको लाभ मिला है। आजम के बेटे अब्दुल्लाह खान को रामपुर के सूर से सपा का टिकट मिला है, तो आजम खान को रामपुर से टिकट मिला है।
अतीक
अहमद
को
दिखाया
रास्ता
सपा
पर
हमेशा
से
गुंडागर्दी
और
दबंगई
का
आरोप
लगता
आया
है
और
इस
दाग
को
साफ
करने
के
लिए
अखिलेश
यादव
ने
मुख्तार
अंसारी,
अतीक
अहमद
जैसे
नामों
का
खुलकर
विरोध
किया
था,
अपनी
इस
मुहिम
को
आगे
बढ़ाते
हुए
अखिलेश
यादव
ने
अपनी
लिस्ट
से
अतीक
अहमद
का
पत्ता
काट
दिया
है।
अतीक
अहमद
को
अखिलेश
ने
बाहर
का
रास्ता
दिखाते
हुए
उनकी
जगह
पर
मोहम्मद
हसन
रूमी
को
टिकट
दिया
है।
नरेश
अग्रवाल
के
बेटे
को
मिला
टिकट
सपा
के
राज्यसभा
सांसद
नरेश
अग्रवाल
ने
परिवार
के
भीतर
के
विवाद
में
अखिलेश
यादव
का
खुलकर
साथ
दिया
था
और
उन्होंने
अमर
सिंह
को
जमकर
आड़े
हाथों
भी
लिया
था,
उन्हें
भी
इसका
लाभ
मिला
है
और
उनके
बेटे
नितिन
अग्रवाल
को
अखिलेश
यादव
ने
हरदोई
से
टिकट
दिया
है।
रिश्तों
की
रखी
मर्यादा,
शिवपाल
को
दिया
टिकट
चाचा
शिवपाल
यादव
से
अखिलेश
यादव
की
खुले
मंच
पर
जमकर
बहसबाजी
हुई
थी
लेकिन
बावजूद
इसके
अखिलेश
यादव
ने
रिश्ते
की
मर्यादा
को
रखते
हुए
उन्हें
जसवंतनगर
से
टिकट
दिया
है।
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