उत्तर प्रदेश न्यूज़ के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
Oneindia App Download

सोनिया के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में गठबंधन के बाद कांग्रेस और सपा के दल तो मिले लेकिन दिल नहीं!

आप को बता दें कि रायबरेली की ऊंचाहार विधानसभा और सरेनी विधानसभा में सपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टीयों के प्रत्याशी मैदान में हैं और दोनों ही अपनी-अपनी जीत का दम भर रहे हैं।

By Gaurav Dwivedi
Google Oneindia News

रायबरेली। भले ही उत्तर प्रदेश में फिर से अपनी सरकार बनाने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सीएम अखिलेश यादव ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया हो पर सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र में इस गठबंधन का असर नहीं दिख रहा है। रायबरेली के एक होटल में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष और कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस गठबंधन पर मोहर तो लगाई लेकिन मीडिया के सवालों पर दोनों ही पार्टी के जिलाध्यक्षों की बोलती ही बंद हो गई। यही नहीं दोनों ही पार्टियों के जिलाध्यक्षों ने कैमरे के सामने अपने-अपने प्रत्याशी का समर्थन करने की बात कह डाली।

<strong>Read more: इलाहाबाद: गठबंधन में फिर बड़ी रार, सपा-कांग्रेस के प्रत्याशी आमने-सामने</strong>Read more: इलाहाबाद: गठबंधन में फिर बड़ी रार, सपा-कांग्रेस के प्रत्याशी आमने-सामने

सोनिया के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में गठबंधन के बाद कांग्रेस और सपा के दल तो मिले लेकिन दिल नहीं!

आप को बता दें कि रायबरेली की ऊंचाहार विधानसभा और सरेनी विधानसभा में सपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टीयों के प्रत्याशी मैदान में हैं और दोनों ही अपनी-अपनी जीत का दम भर रहे हैं। ऊंचाहर से जहां समाजवादी पार्टी के सिंबल से कैबिनेट मंत्री मनोज पांडेय ने अपना नामांकन किया वहीं कांग्रेस से अजय पाल सिंह ने भी अपना नाामंकन किया। सरेनी से समाजवादी पार्टी से वर्तमान विधायक देवेन्द्र प्रताप सिंह ने अपना नामांकन किया तो वहीं कांग्रेस सिंबल से पूर्व विधायक रहे अशोक सिंह ने नामांकन कर इस गंठबंधन पर संशय पैदा कर दिया।

इसी सब को लेकर दोनों ही पार्टियों के जिलाध्यक्षों ने एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गठबंधन पर मोहर लगाते हुए एक साथ प्रचार प्रसार की बात कही। वहीं मीडिया के सवालों के जवाब में जहां कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने कहा कि रायबरेली में गठबंधन के सभी प्रत्याशी जीतेंगे और हम लोग मिलकर इनका प्रचार करेंगे। तो सपा के जिलाध्यक्ष ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए पहले तो राहुल गांधी को राहुल यादव कह दिया और फिर अपनी बात को सुधारते हुए सरेनी और ऊंचाहर में फंसे पेंच पर अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगने और प्रचार करने की बात करने लगे। जिससे फिर से एक बखेड़ा खड़ा हो गया। कहीं आपसी मतभेद के चलते ये दोनों नेता अपनी पार्टियों की लुटिया न डुबो दें!

<strong>Read more: ये हैं इलाहाबाद के धनकुबेर भाजपा प्रत्याशी, पढ़िए पूरी खबर</strong>Read more: ये हैं इलाहाबाद के धनकुबेर भाजपा प्रत्याशी, पढ़िए पूरी खबर

Comments
English summary
Sp-Congress allaince shows conflict during a press confrence in Raibareilly
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X