अवैध संबंधों में छोटा भाई बन रहा था रोड़ा, प्रेमियों से मरवाया, फिर आंखें फोड़कर खेत में फेंकी लाश
बहन ने इस हैवानियत की घटना को अंजाम देने के लिए अपने तीन साथियों के साथ मिलकर पहले तो अपने भाई की हत्या की और फिर अपने भाई की दोनों आंखें भी फोड़ दिया।
जौनपुर। यूपी के जौनपुर जिले में एक बहन ने ममता को तार-तार कर देने वाली घटना को तब अंजाम दिया जब उसका भाई उसके अवैध संबंध में बाधक बनने लगा। बहन ने इस हैवानियत की घटना को अंजाम देने के लिए अपने तीन साथियों के साथ मिलकर पहले तो अपने भाई की हत्या की और फिर भाई मरने के बाद उसे भूत बन कर परेशान न करे इसके लिए उसने 12 वर्षीय अपने भाई की दोनों आंखें भी फोड़ दिया। यह घटना है आज से छह महीने पहले की है जिसमें अब जाकर खुलासा हो पाया है। आरोपी बहन ने पुलिस को दिए हुए बयान में खुद स्वीकार किया की उसने ही अपने दोस्तों के साथ मिल कर इस निर्मम घटना को अंजाम दिया हैं।
अपने दो दोस्तों को घर बुलाकर लाई बहन
जौनपुर के महाराजगंज थाना क्षेत्र के अहिरौली निवासी बृजलाल मौर्य सूरत मे अपने पत्नी और बाकि परिवार के सदस्यों के साथ रह कर नौकरी करते हैं। उनकी बड़ी बेटी सुचिता मौर्य (17) अपने छोटे भाई आश्रित मौर्य (12) के साथ गांव में ही दादा-दादी और चाचा-चाची के साथ रह कर पढ़ाई करती थे। मिली जानकारी के मुताबिक सु्चिता का चक्कर पास के ही एक युवक से चल रहा था जिसमेंके बारे में उसके छोटे भाई को पता चल गया था। ऐसे में बहन ने छोटे भाई को रास्ते से हटाने की सोच लिया। सात-आठ नवंबर 2016 की रात बड़ी बहन सुचिता मौर्य ने अपने दो दोस्तों विवेक सिंह एवं शिवम मौर्य को घर बुलाया और आशिकी में बाधा बन रहे अपने भाई का गला दबाकर हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया।
प्रेमी के साथ मिलाकर लगाया लाश को ठिकाने
इसकी किसी को भनक भी नही लगी, किन्तु पुलिस की जाँच में आखिरकार सच्चाई आ ही गई। पूछताछ में बहन ने बताया कि उसने भाई के दोनों पैर दबाए थे, जबकि शिवम उसका हाथ और मुंह दबाया था। इसी दौरान विवेक सिंह ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दिया। हत्या के बाद दोनों किशोर घबड़ाकर वहां से भाग निकले थे। ऐसे में बड़ी बहन ने मनीष गौड़ को घर बुलाया और कहां मेरे भाई की तबीयत खराब है, लेकिन अंदर जाने के बाद आश्रित का शव देखकर मनीष घबरा गया। ऐसे में सुचिता ने उससे शादी का आश्वासन देकर लाश ठिकाने लगाने को कहा। फिर रात में मनीष और सुचिता लाश लेकर घर से पूरब 200 मीटर दूर तालाब के किनारे अरहर के खेत में फेक दिया। यही नहीं निष्ठुर सुचिता ने अरहर की डंडी तोड़कर आश्रित की दोनों आंखो को फोड़ दिया।
पढें बहन का कबुलनामा
पुलिस ने जब कड़ाई से सु्चिता से पूछताछ की तो उसने बताया कि मेरा भाई मेरे प्रेम संबंध में बाधक बन रहा था ऐसे में मैंने भाई को रास्ते से हटाने की सोच लिया। दो लोगों के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दिया और फिर मनीष के साथ मिलकर लाश को अरहर के खेत में फेंक आई। छोटा भाई भूत बनकर मेरा पीछा न करें इसलिए मैंने उसके दोनों आंखें फोड़ दिया। जबकि विवेक सिंह, शिवम मौर्य ने बताया कि हमें नहीं पता था की सुचिता के और लोगों से भी संबंध हैं। जबकि मनीष गौड़ का कहना है सुचिता ने मेरे साथ शादी का वादा किया था। मैंने केवल शव ठिकाने लगाने में उसका सहयोग किया था। इस संबंध में थानाध्यक्ष महाराजगंज विजय बहादुर सिंह ने बताया हत्या के समय सभी नाबालिग थे। विवेक(17 वर्ष),शिवम(14 वर्ष)को किशोर सुधार गृह वाराणसी जबकि मनीष गौड़(18 वर्ष)को जेल भेज दिया गया।