सपा-कांग्रेस गठबंधन में अब शिवपाल ने फंसाया नया पेंच
शिवपाल यादव ने कहा, 'मैं सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहा हूं तो फिर सपा में ही हूं। 11 मार्च के बाद अगर पार्टी में अपमान और उपेक्षा ना हो तो फिर साथ ही रहेंगे।'
लखनऊ। यूपी चुनाव में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चुनावी रैलियों में लगातार यह दावा कर रहे हैं कि समाजवादी पार्टी कांग्रेस के साथ मिलकर 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी और सरकार बनाएगी। वहीं उनके चाचा शिवपाल यादव ने इस गठबंधन में एक नया पेंच फंसा दिया है।
'कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए नहीं करूंगा प्रचार'
शिवपाल यादव ने बुधवार को कहा कि वो उन सीटों पर प्रचार करने नहीं जाना चाहते, जहां कांग्रेस उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर नेताजी (मुलायम सिंह यादव) कहेंगे तो वो जरूर सपा उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। शिवपाल ने कहा, 'मैं चाहता था कि नेताजी का सम्मान हमेशा रहे। मैं नेताजी के साथ हूं, उनका जो आदेश होगा, वो वही करेंगे।' ये भी पढ़ें- अखिलेश के लिए गले की हड्डी बने गायत्री प्रजापति का किस्सा
'मेरे बारे में अखिलेश को गलतफहमी हैं'
सपा से अलग पार्टी बनाने के सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा, 'मैं सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहा हूं तो फिर सपा में ही हूं। 11 मार्च के बाद अगर पार्टी में अपमान और उपेक्षा ना हो तो फिर साथ ही रहेंगे।' उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को उनके बारे में कुछ गलतफहमियां हैं। आपको बता दें कि इससे पहले शिवपाल ने कहा था कि वो 11 मार्च के बाद नई पार्टी बनाने पर विचार करेंगे। हालांकि मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि कोई नई पार्टी नहीं बनेगी।
'भाजपा के साथ मिलकर कुछ लोगों ने साजिश की'
अपनी विधानसभा सीट जसवंत नगर पर वोटिंग वाले दिन हुए बवाल के बारे में उन्होंने कहा कि कुछ बड़े लोगों के इशारे पर डीएम और एसएसपी ने शांतिपूर्व पोलिंग में लाठीचार्ज करवाया। उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा जसवंतनगर सीट से जीतता आया हूं। कुछ लोगों ने इस बार भाजपा प्रत्याशी के साथ मिलकर गैरकानूनी गतिविधियां करके मुझे चुनाव हराने की कोशिश की है। उन लोगों ने मेरे खिलाफ साजिश रची। 11 मार्च के बाद पता चल जाएगा कि इस साजिश के पीछे कौन लोग हैं।'
सपा कांग्रेस गठबंधन पर असहमति के सुर
आपको बता दें कि शुरुआत से ही मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव सपा-कांग्रेस गठबंधन को लेकर अपनी असहमति जताते रहे हैं। जसवंतनगर में लगे शिवपाल के चुनावी पोस्टरों में भी अखिलेश यादव की तस्वीर नहीं है। हालांकि मुलायम सिंह यादव ने पिछले दिनों कहा था कि सपा सरकार बनने पर शिवपाल यादव को फिर से मंत्री बनाया जाएगा।
'शिवपाल यादव के करीबियों के लिए कोई जगह नहीं'
इससे अलग मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कुछ दिन पूर्व ही कहा था कि अब पार्टी में शिवपाल यादव के करीबियों के लिए कोई जगह नहीं है। हालांकि उन्होंने शिवपाल का नाम नहीं लिया लेकिन यह कहा कि पार्टी की लड़ाई में जो लोग उनके साथ नहीं थे उनके लिए अब सपा में कोई जगह नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा, 'पार्टी के अंदर मचे घमासान के लिए कुछ अंदर के लोग ही जिम्मेदार हैं, और वही लोग हैं जो हमारे उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव प्रचार कर रहे हैं और लोगों को भड़का रहे हैं।'