इलाहाबाद: शिव मंदिर के पुजारी ने काटा था नेपाली बाबा का गला
इलाहाबाद। इलाहाबाद के बहरिया थाना क्षेत्र में बंतरिया गांव में शिव मंदिर के पुजारी नेपाली बाबा की गला काट कर हत्या का मामला खुल गया है। मंदिर के पूर्व पुजारी ने ही नेपाली बाबा का फावड़े से गला काट डाला था। पुलिस ने पूर्व पुजारी को गिरफ्तार कर मीडिया के सामने पेश किया और हत्या का खुलासा किया। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि हत्या पूर्व पुजारी ललित गिरी निवासी सहावपुर थाना नवाबगंज इलाहाबाद ने की थी। खुद को मंदिर से बेइज्जत कर निकलने जाने से वह नाराज था और नेपाली बाबा को सबक सीखने व वापस शिव मंदिर का पुजारी बनने के लिए उसने यह खौफनाक प्लान बनाया था।
कैसे
की
हत्या
पुलिस
के
अनुसार
15
जुलाई
की
रात
जब
संगम
नगरी
में
सावनी
बयार
के
बीच
चहुंओर
हर
हर
महादेव
का
जयकार
गूंज
रहा
है।
उसी
वक़्त
यह
वारदात
हुई
थी।
दरअसल
इस
शिव
मंदिर
में
पहले
ललित
ही
पुजारी
का
काम
करता
था।
कुछ
महीने
पहले
ही
नेपाल
से
एक
बाबा
आये।
जिनका
नाम
तो
किसी
को
नहीं
पता।
लेकिन
लोग
उन्हें
नेपाली
बाबा
ही
कहने
लगे।
नेपाली
बाबा
ने
गांव
वालो
पर
इतना
अधिक
प्रभाव
डाला
की
सभी
ने
उन्हें
शिव
मंदिर
का
पुजारी
बना
दिया
और
ललित
को
बेइज्जत
कर
हटा
दिया।
यह
बात
ललित
के
दिल
में
लग
गई।
वह
नेपाली
बाबा
को
अपने
रस्ते
से
हटाने
का
प्लान
बनाने
लगा
और
15
जुलाई
की
रत
जब
नेपाली
बाबा
मंदिर
में
सो
रहे
थे।
तब
ललित
मंदिर
पहुंचा
और
फावड़े
से
ताबड़तोड़
कई
वॉर
कर
गला
काट
दिया।सुबह
मंदिर
में
शिवलिंग
पर
जलाभिषेक
करने
पहुंचे
श्रद्धालुओ
ने
पुजारी
का
गला
कटा
शव
देखा
था।
हुआ
था
हंगामा
शिव
मंदिर
के
पुजारी
की
हत्या
की
सूचना
फैलते
ही
इलाके
में
हड़कंप
मच
गया
है।
थोड़ी
ही
देर
में
भारी
भीड़
छुट
गई
थी
।
क्षेत्र
में
आक्रोश
के
बाद
तनाव
फैल
गया।
लोगो
ने
हंगामा
काटना
शुरू
कर
दिया।
घटना
क्यों?
और
किसने
की
यह
रहस्य
बना
हुआ
था।
पुलिस
भी
गुत्थी
में
उलझी
रही
कि
आखिर
एक
साधू
की
किसी
से
क्या
दुश्मनी
रही
होगी।
फ़िलहाल
इस
शिव
मंदिर
का
मामला
इसलिये
भी
ज्यादा
चर्चा
में
आ
गया।
क्योकि
इससे
पहले
2007
में
मंदिर
के
दूसरे
पुजारी
की
भी
मौत
हुई
थी।
तब
आरोप
था
कि
किसी
ने
करंट
से
पुजारी
की
हत्या
की
है।
इसमे
भी
जमकर
हंगामा
भी
हुआ
था।
लेकिन
इसे
दुर्घटना
मानकर
मौत
की
फाइल
गट्ठर
में
चली
गई
।
वह
मामला
आज
तक
नहीं
खुला।
लेकिन
इस
बार
नेपाली
बाबा
की
हत्या
को
पुलिस
ने
राजफाश
किया।
और
पूर्व
पुजारी
को
हत्या
के
जुर्म
में
गिरफ्तार
कर
जेल
भेज
दिया
गया
है।