शाहजहांपुर: एफिडेविट में झूठी जानकारी देने पर बुरे फंसे भाजपा प्रत्याशी
बीजेपी प्रत्याशी ने शपथ पत्र में खुद को आठवीं पास बताया है। लेकिन आरटीआई में खुलासे के तहत बीजेपी प्रत्याशी ने अपनी शिक्षा की झूठी जानकारी दी है।
शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर में आरटीआई के तहत खुलासे में एक प्रत्याशी के नामांकन करवाने के दौरान शपथ पत्र में झूठी सूचना देने का मामला सामने आया है। बीजेपी प्रत्याशी तिलहर विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक हैं। प्रत्याशी ने अपने शपथ पत्र में दर्शाया है कि वे आठवीं क्लास पास है। लेकिन आरटीआई में खुलासा हुआ कि बीजेपी प्रत्याशी ने अपनी शिक्षा की झूठी जानकारी दी है। जिसके बाद बीजेपी की पूर्व नेत्री और तिलहर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी रागिनी सिंह ने एसडीएम को एक शिकायती पत्र दिया है। साथ ही आरटीआई से हुई जानकारी की भी एक कॉपी देकर बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ शिकायत की है। निर्दलीय प्रत्याशी रागिनी सिंह का कहना है कि बीजेपी के घोषित प्रत्याशी ने चुनाव आयोग को गुमराह किया है। इसलिए उनका नामांकन निरस्त किया जाए। ये भी पढ़ें: पंजाब में बोलीं माया- कांग्रेस और भाजपा की है आंतरिक मिलीभगत, आरक्षण खत्म करने की हो रही साजिश
रिकॉर्ड के मुताबिक बीजेपी प्रत्याशी का लिस्ट में नाम नहीं
बता दें कि शाहजहांपुर के तिहलर विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी और मौजूदा विधायक रोशन लाल वर्मा ने अपने नामांकन के दौरान शपथ पत्र में दर्शाया था कि उन्होंने आदर्श इंटर कॉलेज निगोही से आठवीं क्लास की शिक्षा ग्रहण की है। लेकिन आरटीआई में हुए खुलासे के अनुसार सन 1972-73 में आदर्श इंटर कॉलेज निगोही में रोशन लाल वर्मा नामक छात्र के रूप में विद्यालय के रिकॉर्ड में कक्षा आठ में उनका नाम पंजीकृत नहीं है।
निगोही के रहने वाले एक शख्स ने मांगा बीजेपी प्रत्याशी का रिकॉर्ड
दरअसल, निगोही कस्बे के रहने वाले राजकिशोर ने जिला विद्यालय निरीक्षक से सूचना अधिकार के अंतर्गत बीजेपी प्रत्याशी की शिक्षा के बारे में जानकारी मांगी थी। जिला विद्यालय निरीक्षक ने आरटीआई के तहत दी जानकारी में बताया कि रोशन लाल वर्मा वर्ष 1972-73 में पंजीकृत ही नहीं हैं।
बीजेपी की ही पूर्व नेत्री ने की बीजेपी प्रत्याशी को निरस्त करने मांग
वहीं, आरटीआई के खुलासे के बाद बीजेपी की पूर्व नेत्री एवं तिहलर विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रागिनी सिंह ने एसडीएम को आरटीआई की लिखित जानकारी के साथ एक शिकायती पत्र दिया है। जिसमें उन्होंने मांग की है कि रोशन लाल वर्मा का नामांकन पत्र निरस्त किया जाए। और साथ ही ऐसी झूठी सूचना देने वाले को चुनावी प्रक्रिया से हटाया जाए।
इससे पहले पूर्व नेत्री ने पीएम मोदी को लिखा था अपने खून से पत्र
रागिनी सिंह का कहना है कि ऐसे-कैसे कोई विधायक नामांकन पत्र के दौरान शपथ पत्र में झूठी सूचना दे सकता है। इस तरह से तो विधायक ने सबको गुमराह किया है और विधायक की आठवीं पास की झूठी सूचना को आरटीआई ने साफ कर दिया है। ऐसे कोई भी प्रत्याशी झूठी सूचना देकर चुनाव नहीं लड़ सकता है। बता दें कि इससे पहले रागिनी सिंह ने रोशन लाल वर्मा को बीजेपी से टिकट मिलने के बाद अपने खून से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेटर लिखकर नाराजगी जताई थी। ये भी पढे़ं: भाजपा ने दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह को उतारा चुनावी मैदान में