BJP में शामिल हुईं आजम खान की करीबी सपा MLC सरोजिनी अग्रवाल
पेशे से डॉक्टर सरोजिनी अग्रवाल यूपी के बुलंदशहर की रहने वाली हैं। वे 2009 में सपा के टिकट पर एमएलसी चुनी गईं थी।
नई दिल्ली। बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद अब यूपी में सियासी उठापटक का दौर शुरू हो चुका है। हाल ही में दो विधायकों (एमएलसी) बुक्कल नवाब और यशवंत सिंह के सपा छोड़ भाजपा में शामिल होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को तीसरा झटका लगा है। शुक्रवार को सपा एमएलसी सरोजिनी अग्रवाल पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गईं।
पेशे से डॉक्टर सरोजिनी अग्रवाल यूपी के बुलंदशहर की रहने वाली हैं। वे 2009 में सपा के टिकट पर एमएलसी चुनी गईं थी। बताया जाता है कि उन्हें उस समय कैबिनेट मंत्री आजम खान ने एमएलसी बनवाया था, जबकि सपा के दूसरे मंत्री शाहिद मंजूर इसके खिलाफ थे।
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सपा में उन्हें कई अहम पदों पर भी जिम्मेदारी दी जा चुकी है। उन्हें लखनऊ में यूपी की मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने भाजपा की सदस्यता दिलाई। खबर यह भी है कि सरोजनी अग्रवाल की बेटी डॉ. हिमानी अग्रवाल ने भी सपा युवजन सभा के सचिव पद से इस्तीफा दे दिया है।
एमएलसी की तीन सीटें हुईं खाली
इससे पहले हाल ही में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के लखनऊ दौरे के दौरान सपा एमएलसी बुक्कल नवाब और यशवंत सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दिया था। दोनों विधायकों ने भाजपा की सदस्यता भी ग्रहण कर ली है। एमएलसी की तीन सीटें खाली होने से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के लिए विधान परिषद में जाने का रास्ता आसान हो गया है।
'राजनीतिक भ्रष्टाचार में लगी है भाजपा'
दो विधायकों के विधायकों के इस्तीफे पर अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि भाजपा बिहार से लेकर यूपी तक राजनीतिक भ्रष्टाचार में लगी हुई है, जनता सब देख रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा वाले लोगों को बहला-फुसलाकर भटका रहे हैं, ये लोग जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं कि वह समय से पहले अपने लोगों को विधान परिषद भेज सके। विधायकों के पार्टी छोड़ने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि जो जाने वाला है उसको कोई नहीं रोक सकता है।
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