सपा ने काटा पर्चा दाखिल कर चुके दिग्गज नेता का टिकट
नॉमिनेशन के बाद टिकट कट जाने राकेश पाल मुश्किल में दिखाई दे रहे हैं। क्षेत्र में पकड़ रखने वाले राकेश के सामने राजनैतिक संकट खड़ा हो गया है।
जालौन/झाँसी : बुंदेलखंड में पाल समाज के दिग्गज नेता माने जाने वाले राकेश पाल का जालौन की कालपी सीट से सपा ने टिकट काट दिया है। उन्होंने सोमवार को सपा की ओर से कालपी सीट के लिए उरई में नॉमिनेशन भी कर दिया था। इसके बाद उनसे वापस झाँसी जाने को कह दिया गया। उनके बदले पहले ही नॉमिनेशन कर चुकी कांग्रेस की सिटिंग विधायक उमा कांति को चुनाव लड़ने के लिए हरी झंडी दे दी गयी।
राकेश पाल अब राजनैतिक संकट में फंस गये हैं क्योंकि वह पहले ही बसपा से टिकट मांग रहे थे। वहां टिकट नहीं मिलने की स्थिति में वह सपा की ओर मुड़े लेकिन यहां भी उनका पत्ता साफ हो गया। झाँसी के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रहे राकेश पाल राजनैतिक मुश्किल में हैं। सीट पर उमा कांति पहले ही कांग्रेस की ओर से नॉमिनेशन कर चुकी थीं। इसके बाद भी उन्हें सपा की ओर से उन्हें नॉमिनेशन करने से नहीं रोका गया। बाद में दोनों में से राकेश पाल को बैठने का आदेश दिया गया।
बसपा
से
भी
लगाई
थी
उम्मीद
इससे
पहले
राकेश
पाल
ने
कालपी
से
बहुजन
समाज
पार्टी
से
टिकट
की
उम्मीद
लगाई
थी
लेकिन
बसपा
ने
इंद्र
पाल
चुर्खी
को
टिकट
दिया।
इसे
देखते
हुए
सपा
ने
उनके
सामने
जातीय
गणित
फिट
करते
हुए
पाल
समाज
के
नेता
राकेश
पाल
को
खड़ा
कर
दिया।
इसके
बाद
बसपा
ने
इंद्रपाल
चुर्खी
का
ही
टिकट
काट
दिया।
बसपा
द्वारा
इन्द्रपाल
का
टिकट
काटे
जाने
के
बाद
सपा
ने
नॉमिनेशन
कर
चुके
राकेश
पाल
की
भी
छुट्टी
कर
दी।
कालपी
सीट
से
कांग्रेस
प्रत्याशी
को
टिकट
थमा
दिया
गया
साख
को
लगा
धक्का
पूरे
जोश-खरोश
के
साथ
चुनाव
लड़ने
गये
राकेश
पाल
को
वापस
झाँसी
लौटना
पड़ा
है।
उन्होंने
प्रचार
प्रसार
भी
शुरू
कर
दिया
था।
सपा-बसपा
और
गठबंधन
के
बीच
फंसे
राकेश
पाल
के
राजनैतिक
करियर
को
बेहद
ठेस
पहुंची
है।
उनकी
साख
को
भी
धक्का
लगा
है।
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