सहारनपुर: पुलिस ने दी थर्ड डिग्री, पीड़ित की हालत नाजुक, बवाल
डेयरी व्यापारी राकेश अरोड़ा हत्याकांड़ में जांच कर रही एसओजी की टीम ने राकेश के ड्राईवर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। पूछताछ के बहाने ड्राईवर को थर्ड डिग्री दी जिससे उसकी हालत बिगड़ गई।
सहारनपुर। रामपुर मनिहारान में ग्यारह दिन पहले डेयरी व्यापारी राकेश अरोड़ा हत्याकांड़ में जांच कर रही एसओजी की टीम ने राकेश के ड्राईवर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। एसओजी ने पूछताछ के बहाने ड्राईवर को थर्ड डिग्री दी जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। गुरुवार शाम इससे आक्रोशित दलित ड्राईवर के परिजनों और दलित समाज के सैकड़ों महिलाआें और पुरुषों ने कोेतवाली में जमकर हंगामा किया। दिल्ली हाईवे पर जाम लगाकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस दौरान हाईवे पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारे लग गई। बाद में सीओ ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को समझाकर शांत करवाया। चालक के पिता ने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, ग्यारह दिन पहले डेयरी कारोबारी राकेश अरोड़ा की अज्ञात बदमाशों ने गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी थी। इस मामले के खुलासे में तभी से पुलिस विभाग की तीन टीमें काम कर रही हैं। जिसके चलते एसओजी और पुलिस टीम ने कस्बे के मोहल्ला सराय के रहने वाले मृतक कारोबारी के ड्राईवर सुनील कुमार को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान थर्ड डिग्री दी है, जिस कारण सुनील कुमार की हालत बिगड़ गई। सुनील की हालत देखकर परिजनों का गुस्सा पुलिस के खिलाफ फूट गया। इससे आक्रोशित दलित समाज के सैकड़ों महिला और पुरुषों ने कोतवाली पहुंच पीड़ित को सड़क पर लेटाकर हाईवे पर जाम लगा दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इतना ही नहीं, प्रदर्शनकारी पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की मांग कर रहे थे। बाद में सीओ विष्णु चंद्र गौतम मौके पर पहुंचे और प्रर्दशनकारियों को शीघ्र ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन देते हुए बामुशिकल जाम खुलवाया। करीब दो घंटे लगे जाम के दौरान दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए कई थानों की पुलिस को मौके पर बुलाया गया। प्रदर्शनकारियों का पुलिस प्रशासन के खिलाफ बढ़ता गुस्सा देखकर कोेतवाली प्रभारी पीके सिंह ने कहा कि इस मामले में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। एसओजी की टीम आकर युवक को पूछताछ के लिए ले गई थी।
ड्राईवर सुनील कुमार के पिता मान सिंह ने कोतवाली में तहरीर देकर कहा कि उसके पुत्र सुनील कुमार को सात फरवरी की शाम एसओजी पुलिस ने टीम ने पूछताछ के लिए बुलाया था जिसके बाद से परिजनों को उसके बारे में कोई जानकारी उन्हें नहीं थी। उसके बाद उन्हें जानकारी मिली कि उसका पुत्र पुलिस के कब्जे में है।