कहीं सियासी दावेदारी तो नहीं बृजपाल पर हमले की वजह?
गाजियाबाद: जिले की मुरादनगर विधानसभा सीट से टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे भाजपा नेता बृजपाल तेवतिया पर जानलेवा हमले के बाद अब यूपी पुलिस इस हमले के पीछे की वजह तलाशने में जुटी है।
पुलिस हमले के पीछे बृजपाल तेवतिया और हिस्ट्रीशीटर राकेश हसनपुरिया गैंग के बीच 32 साल से चली आ रही आपसी रंजिश को जोड़कर देख रही है। 1984 में प्रोपर्टी के एक विवाद से शुरू हुई इस रंजिश में अब तक 8 हत्याएं हो चुकी हैं।
तेवतिया पर हमले का क्या है महिला कांस्टेबल से कनेक्शन?
वारदात में जेल में बंद गैंगेस्टर का हाथ तो नहीं?
पुलिस ने बागपत में तैनात रही यूपी पुलिस की ही एक महिला कांस्टेबल सुनीता को भी हिरासत में ले रखा है। सुनीता 2003 में एनकाउंटर में मारे गए हिस्ट्रीशीटर राकेश हसनपुरिया की पत्नी है।
सुनीता बागपत जेल और मुजफ्फरनगर जेल में तैनात रही है। पुलिस का मानना है कि ऐसे में सुनीता के जेल में बंद गैंगस्टर के साथ तार जुड़े हो सकते हैं। पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है कि कहीं इस वारदात में जेल में बंद गैंगस्टर का हाथ तो नहीं।
बृजपाल के भाई ने कहा, दबंग नेता ने कराया हमला
वहीं, बृजपाल के भाई विकास तेवतिया को पुलिस की थ्योरी पर विश्वास नहीं है। विकास आपसी रंजिश की बात से इंकार करते हुए इसे सियासी रंजिश बता रहे हैं। इलाके के ही एक दबंग नेता पर शक जताते हुए विकास ने कहा कि टिकट के लिए उसने ही उनके भाई पर हमला कराया है।
सपा सांसद बोले, तेवतिया पर हमला कानून व्यवस्था का मामला नहीं
विकास ने बताया कि दबंग नेता मुरादनगर सीट से भाजपा का टिकट लेना चाहता है। उसने टिकट कन्फर्म होने पर ही भाजपा में आने की बात कही है और उसके टिकट की राह में बृजपाल सबसे बड़ा रोड़ा हैं इसलिए उनके परिवार को उसपर हमला कराने का शक है।
मुरादनगर सीट पर कई नेताओं की नजर
गौरतलब है कि मुरादनगर विधानसभा सीट जिले की हाई प्रोफाइल सीट है। वर्तमान में यह सीट बसपा के पास है। इस जाट बाहुल्य सीट पर कई नेताओं की निगाहें हैं। बृजपाल भी इस सीट से टिकट के दावेदार हैं।