राहुल गांधी को हटाना पड़ा अपना कैंप ऑफिस, स्मृति के बयान ने बढ़ाई तल्खी
BJP का आरोप है कि हॉस्पिटल कैंपस में ही दूसरी ओर बने गेस्ट हाउस में कांग्रेस का कैंप ऑफिस भी दशकों से संचालित है। राहुल गांधी के एमपी चुने जानें के बाद से अक्सर इनके अमेठी दौरों पर ठहराव यहीं होता था।
अमेठी। केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बीच राजनीतिक जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में बीजेपी के लोगों द्वारा की गई शिकायत पर केंद्रीय मंत्री ने संजय गांधी हॉस्पिटल मुंशीगंज के कैंपस में चल रहे राहुल के कैंप ऑफिस को लेकर निर्देश दिए थे। प्रशासन ने जांच कर कार्रवाई करते हुए राहुल के कैंप ऑफिस को हटाने का निर्देश दिया। जहां राहुल गांधी के निर्देश पर कांग्रेसियों ने आनन-फानन में ऑफिस को गौरीगंज स्थित केंद्रीय कार्यालय पर शिफ्ट किया है। वहीं स्मृति ईरानी के वार के बाद हुई इस कार्रवाई के बाद बीजेपी और कांग्रेस में एक बार फिर ठन गई है।
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ये है पूरा मामला
अमेठी के मुंशीगंज में केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के पति के नाम से संजय गांधी हॉस्पिटल बरसों से स्थापित है, जिसका शिलान्यास पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने किया था। बीजेपी का आरोप है कि हॉस्पिटल कैंपस में ही दूसरी ओर बने गेस्ट हाउस में कांग्रेस का कैंप ऑफिस भी दशकों से संचालित है। राहुल गांधी के एमपी चुने जानें के बाद से अक्सर इनके अमेठी दौरों पर ठहराव यहीं होता था। यहीं से सारी कार्रवाई और लोगों से मुलाकात होती थी जिससे गेस्ट हाउस हॉस्पिटल कम कांग्रेसियों की रिहाइशगाह ज्यादा बन गई थी।
बीजेपी जिलाध्यक्ष ने की थी स्मृति ईरानी से शिकायत
बता दें कि संजय गांधी हॉस्पिटल की जमीन संजय गांधी ट्रस्ट को लीज पर मिली थी। वर्तमान में इसके ट्रस्टी सोनिया गांधी के प्रतिनिधि केएल शर्मा हैं जबकि हॉस्पिटल के प्रशासक सोनिया गांधी के पूर्व प्रतिनिधि मनोज मट्टू हैं। इसी कारण से कांग्रेसी इस पर पूरी तरह काबिज रहे जो बीजेपी को अखर रहा था। इस क्रम में हाल ही में अपने दो दिवसीय दौरे पर पहुंची केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से बीजेपी जिलाध्यक्ष उमाशंकर पांडेय ने इस प्रकरण की शिकायत की थी। जिस पर केंद्रीय मंत्री गंभीर दिखी बताया जाता है कि इस पर केंद्रीय मंत्री ने जिला प्रशासन को तत्काल जांच के निर्देश दिए और पीएम से इस मुद्दे पर बात करने को कहा।
जिला प्रशासन ने जांच कर इनसे की पूछताछ
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ऊपर से मिले निर्देश के बाद दो दिन पहले अमेठी के डीएम योगेश कुमार पूरी टीम के साथ संजय गांधी हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने यहां गहनता से निरीक्षण किया, इसके बाद मनोज मट्टू और केएल शर्मा को बुलाया और उनसे पूछताछ की। जिस पर फैसला लेते हुए डीएम ने हॉस्पिटल कैंपस में चल रहे ऑफिस को हटाने का निर्देश दिया। बताया जा रहा है कि राहुल के निर्देश पर कांग्रेस के इस कैंप ऑफिस को गौरीगंज स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय पर शिफ्ट किया है। वहीं खबर ये भी है कि ट्रस्ट को दिए गए लीज के पेपर्स, प्रशासन के पास मौजूद नहीं हैं जिसको उन्होंने ट्रस्टी से मांगा है।
बीजेपी दूसरों के घरों में झांकना छोड़े: दीपक सिंह
इस मुद्दे पर कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि बीजेपी का आरोप निराधार है। हॉस्पिटल कैंपस में कभी भी कांग्रेस का कैंप कार्यालय रहा ही नहीं, हां गांधी परिवार के सदस्य यहां आकर रुके और यहीं उन्होंने जनता से मुलाकात की। एमएलसी दीपक सिंह ने कहा की बीजेपी बदले की भावना से काम कर रही है, उन्होंने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि बीजेपी दूसरों के घरों में झांकना छोड़ दे। दीपक सिंह ने ये भी कहा कि स्मृति ईरानी अमेठी के विकास को अवरुद्ध कर रही हैं, अगर वो अमेठी के लिए कुछ करना ही चाहती हैं तो बंद फैक्ट्रियों और ट्रिपल आईटी को शुरू कराएं।
निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी: डीएम
उधर अमेठी के डीएम योगेश कुमार का कहना है कि मामला बड़ा है और पुराना है इसलिए जांच जारी है। मौके पर मिली खामियों के हिसाब से कार्रवाई की गई है। बाकी जांच के बाद निष्पक्ष कदम उठाए जाएंगे।
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