पंजाब विधानसभा चुनाव 2017: 10 ऐसे चेहरे जिनके पास सम्पत्ति है कम पर सपने हैं बड़े
पंजाब चुनाव में तीन मुख्य पार्टियां चुनाव मैदान में हैं, लेकिन इनमें महज 10 उम्मीदवारों ऐसे हैं जिनके पास सबसे कम संपत्ति है। ये सभी उम्मीदवार आम आदमी पार्टी के हैं।
चंडीगढ़। पंजाब चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होना लगभग तय माना जा रहा है। इनमें कांग्रेस, अकाली दल-बीजेपी गठबंधन और आम आदमी पार्टी के बीच सीधा मुकाबला होना है। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब सभी सियासी दल चुनाव प्रचार और मतदाताओं को रिझाने की कवायद में जुटे हुए हैं। पंजाब चुनाव में तीन मुख्य पार्टियां चुनाव मैदान में हैं, लेकिन इनमें महज 10 उम्मीदवारों ऐसे हैं जिनके पास सबसे कम संपत्ति है। ये सभी उम्मीदवार आम आदमी पार्टी के हैं। आइये जानते हैं उनके बारे में...
AAP के 10 उम्मीदवार, जिनकी घोषित संपत्ति है सबसे कम
42 वर्षीय कुलवंत सिंह पंढुरी आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे हैं। कुलवंत सिंह पंढुरी पूर्व पत्रकार और दिहाड़ी मजदूर के बेटे हैं। पंढुरी एक पंजाबी समाचार पत्र में काम करते थे और इस्तीफा देकर चुनाव मैदान में उतरे हैं। उन्होंने करीब एक साल पहले फुल टाइन कार्यकर्ता के तौर पर आम आदमी पार्टी ज्वाइन की। पार्टी ने उन्हें मेहल कलन (सुरक्षित) सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। उन्होंने अपनी सम्पत्ति की जानकारी देते हुए बताया कि उनके पास 2.70 लाख रुपये है। जब उनसे पूछा गया कि चुनाव के लिए पैसों इंतजाम कहां से होगा तो उन्होंने कहा कि मैं चुनाव नहीं लड़ रहा, ये जनता का सहयोग है, आम आदमी पार्टी के समर्थक चुनावी खर्च में सहयोग करेंगे।
आप के टिकट पर ये उम्मीदवार मैदान में
आम आदमी पार्टी ने प्रदेश में जिन्हें भी टिकट दिया है उनमें अधिकतर पहली बार चुनाव मैदान में उतरे हैं, उनमें कई उम्मीदवार दलित हैं। ये सभी उम्मीदवार शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस के खिलाफ मैदान में उतरे हैं। पंढुरी ने प्रदेश की अकाली दल सरकार पर जमकर निशाना साधा है। वहीं बठिंडा ग्रामीण से चुनाव मैदान में उतरी 27 वर्षीय रुपिंदर कौर के पास महज 1.75 लाख रुपये हैं। उन्होंने एलएलएम करने के बाद पीएचडी की है। वो सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त पिता की बेटी हैं। रुपिंदर कौर ने 2013 में आम आदमी पार्टी ज्वाइन की। उन्होंने पार्टी के वॉलंटियर्स को वित्तीय और नैतिक समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने वादा किया कि मालवा इलाके में कैंसर के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगी, साथ ही भ्रष्टाचार और नशे की गिरफ्त में फंस रहे युवाओं का सहयोग करेंगी। उनके मुकाबले में कांग्रेस ने पूर्व बैंकर हरविंदर सिंह लाडी और शिरोमणि अकाली दल ने आईपीएस अधिकारी सनमीत कौर के पति अमित रत्तन को पहली बार चुनाव मैदान में उतारा है।
जानिए, उन उम्मीदवारों के बारे में खास बातें
भडौर (सुरक्षित) सीट से सेवानिवृत्त ड्राइवर के बेटे परिमल सिंह को आम आदमी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। 36 वर्षीय परिमल सिंह के पास 3.02 लाख की सम्पत्ति है। उन्होंने बताया कि कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और दुबई के वॉलंटियर्स और एनआरआई ने उन्हें ये फंड भेजे हैं। परिमल 12वीं पास हैं और पंजाब स्टेट पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड में लाइनमैन के तौर पर एक साल काम करने के बाद उन्हें 2013 में एक प्रदर्शन को लेकर नौकरी से निकाल दिया गया। उन्होंने बताया कि वो अन्ना हजारे के मूवमेंट से जुड़े थे और 2014 के आम चुनाव में आम आदमी पार्टी के वॉलंटियर रहे थे। उनके मुकाबले में वर्तमान विधायक कांग्रेस के हरचंद कौर हैं, वहीं शिरोमणि अकाली दल से अजीत सिंह शान्त है।
31 वर्षीय बलजिंदर कौर, फतेहगढ़ साहिब में स्थित माता गुजरी कॉलेज में अंग्रेजी की लेक्चरर हैं। वो तलवंडी साबो से चुनाव मैदान में उतरी हैं। उन्होंने अंग्रेजी में एफ.फिल की डिग्री ली है। उनका सम्पत्ति 3.66 लाख रुपये के आस-पास है। उन्हें 2014 के एक उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा। उनके मुकाबले में तीन बार विधायक शिरोमणि अकाली दल से जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू हैं वहीं कांग्रेस से खुशबाज सिंह जटाना हैं।
पंजाब चुनाव में मुकाबला त्रिकोणीय
39 वर्षीय जसविंदर सिंह जहांगीर, प्राइमरी स्कूल में शिक्षक थे, उन्होंने पिछले 10 अगस्त को सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर आम आदमी पार्टी ज्वाइन की। वह इस बार अटारी के सीमा से लगे इलाके से चुनाव मैदान में उतरे हैं। ये उन 10 उम्मीदवारों में हैं जिनके पास सबसे कम सम्पत्ति है। बता दें की जसविंदर सिंह जहांगीर की पत्नी भी टीचर हैं। वहीं उनके पिता भी पूर्व शिक्षक रहे हैं। उनका मुकाबला शिरोणि अकाली दल के विधायक गुलजार सिंह रानीके और कांग्रेस उम्मीदवार तारसेम सिंह से है।
47 वर्षीय चंदर कुमार ग्रेवाल ने अपनी कुल सम्पत्ति 13.03 लाख रुपये बताई है। ये छठी श्रेणी के सरकारी कर्मचारी के बेटे हैं। वो जलंधर के करतारपुर (सुरक्षित) सीट से आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे हैं। ग्रेवाल को पिता के निधन के बाद उनकी जगह नौकरी मिली थी। जिसे उन्होंने पिछले साल छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि मेरी लड़ाई गरीबी और अशिक्षा के खिलाफ है। ग्रेवाल के मुकाबले में शिरोमणि अकाली दले के सतपाल माल और कांग्रेस के सुरिंदर चौधरी से है।
अकाली दल-बीजेपी और कांग्रेस के बाद आम आदमी पार्टी भी मुकाबले में
37 वर्षीय पलविंदर कौर को हरयायु खुर्द गांव का निर्विरोध सरपंच चुना गया। अब वो आम आदमी पार्टी के टिकट पर पटियाला के शुत्राना (सुरक्षित) सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी हैं। उन्हें टिकट मिलने के पांच दिन बाद ही उनके पति की डेंगू की वजह से मौत हो गई। कौर ने इंजीनियरिंग में डिप्लोमा ले रखा है, उनके पास 36.86 रुपये हैं। उनका मुकाबला शिरोमणि अकाली दल विधायक वनिंदर कौर लूंबा और कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह से है।
42 वर्षीय सरुप सिंह कड़ियाना एक कीर्तन गायक हैं, उन्होंने मैट्रीक पास की है उनके पिता कडियाना गांव में चौकीदार हैं। उन्हें आम आदमी पार्टी ने फिल्लौर (सुरक्षित) सीट से उम्मीदवार बनाया है। उनके पास 40.23 लाख रुपये है, जिसमें 30 लाख का घर शामिल है। उनके मुकाबले में कांग्रेस से विक्रमजीत सिंह चौधरी और शिरोमणि अकाली दल से बलदेव सिंह खैरा हैं।
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