चुनाव ड्यूटी के दौरान गई थी पीठासीन अधिकारी की जान, अब मृतक की पत्नी को 10 लाख की आर्थिक सहायता
बलरामपुर की सदर विधानसभा सीट के प्राथमिक विद्यालय कोलवा मतदान केन्द्र 175 पर बतौर पीठासीन अधिकारी तैनात मालिकराम (40) की ईवीएम मशीन सील करते समय अचानक हार्ट अटैक से मौके पर मृत्यु हो गयी थी।
बलरामपुर। जिले में विधानसभा चुनाव के लिए 27 फरवरी को मतदान की प्रक्रिया जारी थी, लेकिन शाम होते-होते सदर विधानसभा बलरामपुर के कोलवा बूथ संख्या 175 में पीठासीन अधिकारी के हार्ट अटैक से मौत की खबर सामने आ गई। जिला प्रशासन ने घटना की सूचना मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश को दी थी। साथ ही सूचना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। घटना के 3 दिन बीतने के बाद ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश ने मामले पर संज्ञान लेते हुए मृतक पीठासीन अधिकारी की पत्नी को 10 लाख रुपए नगद आर्थिक सहायता के तौर पर प्रदान किए हैं।
27 फरवरी को चुनाव के दौरान चली गई थी अधिकारी की जान
बलरामपुर की सदर विधानसभा सीट (बलरामपुर 294) के प्राथमिक विद्यालय कोलवा मतदान केन्द्र 175 पर बतौर पीठासीन अधिकारी तैनात मालिकराम (40) की ईवीएम मशीन सील करते समय अचानक हार्ट अटैक से मौके पर मृत्यु हो गयी थी। मृतक मालिकराम थाना हर्रैया के ग्राम भंगहाकला के निवासी थे। वह देवपुरा प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात थे। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया था।
मृतक मालिकराम अपने पीछे अपने परिवार में पत्नी ज्ञानमती, तीन बेटे- प्रिंस, पंकज कुमार, आलोक के साथ-साथ एक पुत्री आकांक्षा को छोड़ गए हैं। इन लोगों का घटना के बाद रो-रो कर बुरा हाल है। पूरे मामले पर जानकारी देते हुए अपर जिलाअधिकारी शिव पूजन ने बताया कि 27 फरवरी को बलरामपुर की चारों विधानसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया जारी थी ऐसे में सदर विधानसभा सीट के कोलवा बूथ पर पीठासीन अधिकारी के रूप में तैनात शिक्षक मालिक राम के मौत की खबर सामने आई। घटना के फौरन बाद ये जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश को अवगत कराया गया। जिसके बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी के आदेशानुसार मृतक मालिकराम की पत्नी के सर्व यूपी ग्रामीण बैंक शाखा लखौरा के खाते में ई पेमेंट के जरिए अनुग्रह धनराशी 10 लाख रुपए की धनराशि ट्रांसफर कर दी गयी है।
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