सुल्तानपुर में श्रद्धालुओं को पादरी ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
गरीबों और भोले भाले लोगों को लालच देकर धर्मपरिवर्तन के लिए प्रोत्साहित करने का भी आरोप स्वयं ईसाई समुदाय के लोगों ने पादरी पर लगाया है।
सुल्तानपुर। शहर के सिविल लाइन में बने प्रोटेस्टेंट क्राइस्ट चर्च में रविवार को बवाल हो गया। पादरी ने परिवार व समर्थकों के साथ मिलकर बाहर से आए श्रद्धालुओं को दौड़ा दौड़ा कर पीटा। इसमें एक महिला गंभीर रूप से जख्मी हो गई। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने प्रकरण को संज्ञान में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक सिविल लाइन इलाके में स्टेडियम रोड पर स्थित क्राइस्ट चर्च में रविवार को संडे असेंबली का आयोजन था।
जिसमें हमेशा की तरह चर्च कंपाउंड कॉलोनी के निवासी इसाई मतावलम्बी भी पंहुचे।आरोप है कि पादरी माथुर कॉलोनीवासियों को प्रार्थना में शामिल होने से मना करने लगे और बाहरी तत्वों को ईसाई बता कर परिसर में बुला लिया। वहीं कमेटी का चुनाव कराने की भी बात करने लगे। जब लोगों ने एतराज किया तो हमलावर हो उठे और लोगों को दौड़ा दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिया। एक महिला श्रद्धालु रश्मि जोसेफ को इतना पीटा कि वो घायल होकर अचेत हो गई।
कई अन्य लोग भी जख्मी हो गए। जब शोरगुल सुनकर बाहरी लोग घटनास्थल पर पहुंचे तो हमलावर शांत हुए और भाग निकले। इधर कोतवाली पहुंचकर मामले की प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए पीड़ितों ने तहरीर दी है। साथ ही पादरी पर गंभीर आरोप मढ़े। गरीबों और भोले भाले लोगों को लालच देकर धर्मपरिवर्तन के लिए प्रोत्साहित करने का भी आरोप स्वयं ईसाई समुदाय के लोगों ने पादरी पर लगाया है। डीएम और एसपी को ज्ञापन देने का फैसला किया है।वाजीं शहर कोतवाल पंकज वर्मा का कहना है मामले में निष्पक्ष कार्यवाही की जायेगी।
शुरू हुई पेशबंदी
प्रकरण में सवालों के घेरे में आये पादरी पक्ष ने भी पेशबंदी शुरू कर दी है। बर्खास्त किये जा चुके चर्च केयरटेकर शिवमूर्ति यादव के साथ पादरी ने कोतवाली पहुँच पीड़ित पक्ष पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। खुद को बेक़सूर बता मुकदमा दर्ज करने का दबाव बना रही है।
पादरी को हटाने के लिए भेजी चिट्ठी
जिले के प्रोटेस्टेंट मेट के अधिकांश ईसाईयों ने सामूहिक दस्तखत कर चर्च संचालक संस्था डिओसिस इलाहाबाद को पत्र भेजा है। जिसमें पादरी माथुर पर वित्तीय अनियमितता व अनैतिक कार्यों में लिप्त रहने का आरोप मढ़ा है। केयरटेकर डीन ने बताया कि, संस्था के उच्चाधिकारियों को प्रकरण से अवगत करा दिया गया है।