कौशांबी में जलती चिता से पुलिस ने उठवाई लाश, जानिए वजह...
'वो रोते बिलखते कभी मां से लिपटती तो कभी परिजनों की ओर आशा भरी नजरों से देखती कि मां डांट दे! ये कुछ कह दे कि और उठ जाए।'
इलाहाबाद। कौशांबी में पुलिस ने जलती चिता से महिला का शव उठवा लिया। शव को निकलवाने के पीछे खौफनाक कहानी बताई जा रही है। दरअसल दहेज की मांग पूरी न होने पर महिला को लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मार डाला गया और बिना किसी को खबर दिए उसका शव जलाया जा रहा था। घटना कौशांबी के पिपरी इलाके की है। पड़ोसियों की सूचना पर मृतका के पिता ने पुलिस को खबर दी और खुद परिजनों संग घाट पर पहुंचे।
गनीमत रही कि पुलिस समय से पहुंच गई। अगर 5 मिनट की और देरी हो जाती तो शव जलकर राख में बदलने लगता। पुलिस को देखकर ससुराल पक्ष के लोग तो भाग निकले लेकिन मामले में दहेज हत्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में पिपरी थानेदार अर्जुन सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर छापेमारी की जा रही है। पति समेत सभी आरोपी घर छोड़कर फरार हैं।
2012 में हुई थी शादी
पुलिस के मुताबिक कौशांबी के करारी अर्का गांव में नथनलाल ने अपनी बेटी गुड़िया (24) की शादी पिपरी के दिलीप के साथ साल 2012 में की थी। पिता नथनलाल रो-रोकर बताते हैं कि उन्होंने शादी में अपनी औकात से ज्यादा दहेज दिया था लेकिन अभी भी ससुराल पक्ष बाइक और 50 हजार नगद के लिए गुड़िया को परेशान करता था। बेटी ने कई बार अपनी व्यथा सुनाई लेकिन उनके मुताबिक क्या पता था कि दहेज के ये दानव मेरी बेटी को ही खा जाएंगे। घटना की सूचना पर पहुंचे मायके पक्ष के लोग मातम करते रहे। गुड़िया की बहनों का रो-रोकर हाल बेहाल रहा। वो न्याय और इंसानियत की गुहार लगाती रही। तो परिवार व गांव के लोग सभी को सांत्वना देने का प्रयास करते रहे।
बच्ची पूछ रही है कब उठेगी मां?
3 साल की खुशी को ये भी नहीं पता कि उसकी मां अब इस दुनिया में नहीं रही। वो घंटों से खामोश मां को बार-बार उठाती है कि मां उठो। पर कोई उस नन्हीं जान को कैसे समझाए कि अब मां कभी नहीं उठेगी। वो रोते बिलखते कभी मां से लिपटती तो कभी परिजनों की ओर आशा भरी नजरों से देखती कि मां डांट दे! ये कुछ कह दे कि और उठ जाए। बदहवास बेटी के लिए ननिहाल से मदद तो आ गई है लेकिन बगैर मां के उसका जीवन अभियान कैसा होगा, इसकी कल्पना सिर्फ ईश्वर ही कर सकता है।
दर्ज हुआ मुकदमा
पिपरी थाने के एसओ अर्जुन सिंह ने बताया कि पति दिलीप कुमार, सास, ससुर और देवर के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखा गया है। सुबह मायके वालों को बिना सूचना दिए मृतका का शव जलाने के लिए काजीपुर घाट पर चिता जल चुकी थी। समय रहते पुलिस के पहुंचने पर मृतका का शव चिता से बाहर निकलवाया गया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
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