अलीगढ़: चुनावी रंजिश में मां-बेटी का रेप-मर्डर, बेटे का भी गला घोंटा
अलीगढ़ के छर्रा इलाके में पिछले साल अक्टूबर में हुए ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर इस हत्याकांड की साजिश पर से पर्दा उठाया है।
छर्रा। अलीगढ़ जनपद के छर्रा थाना क्षेत्र स्थित गांव सतरापुर में 9 अक्टूबर 2016 को मां दिलावरी बेगम, बेटा अजीज और बेटी कौसर की निर्मम हत्या कर दी गई थी। लगभग तीन महीने की मशक्कत के बाद पुलिस, 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल रही। प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन तीनों आरोपियों को पेशकर पुलिस ने हत्याकांड की साजिश का पर्दाफाश किया। इस केस में अभी भी 8 आरोपी फरार हैं। पिछले साल 9 अक्टूबर को दिलावरी बेगम की लाश एक खेत में मिली थी, उनके बेटे अजीज का शव दूसरे खेत में फेंका गया था और और बेटी कौसर की लाश घर के कमरे में मिली थी। मां और बेटी से रेप किया गया था। इस ट्रिपल मर्डर केस में दिलावरी बेगम के बड़े बेटे ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस जांच के दौरान खालिद, शकील, सैदू, शकील, अय्यूब, बबलू, रियाजुद्दीन, जावेद, छुटल्ला समेत अन्य 2 अज्ञात आरोपियों के नाम सामने आए। Read Also: शाहजहांपुर में छात्र का अपहरण कर 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी, दहशत
'तुम्हारी प्रधानी 7 दिन नहीं चलने दूंगा'
कॉन्फ्रेंस में एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने इस हत्याकांड की साजिश का खुलासा करते हुए कहा कि पूरा मामला प्रधानी चुनाव से जुड़ा है। 30 सितंबर 2016 को हुए चुनाव में प्रत्याशी खालिद हार गया था। इस चुनाव में परवीन की जीत हुई थी। चुनाव परिणाम आने के बाद खालिद ने परवीन से कहा था कि तुम्हारी प्रधानी 7 दिन भी नहीं चलने दूंगा। एसएसपी ने बताया कि इसके बाद खालिद ने चुनाव जीतनेवाले खेमे को फंसाने के लिए साजिश रचनी शुरू की और इसी कोशिश में ट्रिपल मर्डर को अंजाम दिया।
पहले जादू-टोना करवाने की साजिश रची
चुनाव में हारने से तिलमिलाया खालिद अपने साथियों सैदू और शकील के साथ राजस्थान के भरतपुर जिले में गोपालगढ़ पिपरौली निवासी हाफिज जावेद के घर पहुंचा। हाफिज जावेद, खालिद को तंत्र-मंत्र, जादू-टोना करनेवाले उस्ताद हाजी दुल्ली के पास झिरका फिरोजपुर ले गया। उन्होंने चुनाव जीतनेवाले पक्ष को नुकसान पहुंचाने के मकसद से जादू-टोना करवाने के लिए हाजी दुल्ली को 13,000 रुपए दिए। जब इससे काम नहीं बना तो उसके बाद इन सबने मिलकर ट्रिपल मर्डर की योजना बनाई।
खालिद ने रची खूनी साजिश
खालिद ने जब यह देखा कि जादू-टोना का कोई असर नहीं हुआ तो उसके बाद उसने साथियों के साथ गांव में ही मर्डर का प्लान बनाया और इसका आरोप चुनाव जीतनेवालों पर मढने की साजिश रची। खालिद के साथी सैदू ने इसके लिए अपनी सगी चाची दिलावरी बेगम को शिकार के रूप में चुना। 9 अक्टूबर 2016 को रोज की तरह दिलावरी बेगम सैदू के घर दूध लेने आई थी। घात लगाकर बैठे आरोपियों ने उसके साथ बलात्कार किया और गला घोंटकर मार दिया। दिलावरी को खोजते हुए जब उनका बेटा अजीम, सैदू के घर पहुंचा तो उसने देखा कि आरोपी, उसकी मां के शव को ठिकाने लगा रहे थे। अजीम चिल्लाकर रोने लगा जिसके बाद खालिद, बबलू और रियाजुद्दीन ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। अजीम के शव को आरोपियों ने बाजरा के खेत में फेंक दिया। दिलावरी की लाश को ज्वार के खेत में ठिकाने लगा दिया।
मां-बेटे के मर्डर को बाद बेटी को भी मार डाला
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