कानपुर रेल हादसे पर पीएम ने गोण्डा में कहा- सीमा पार से हुई थी साजिश, इनके सहयोगियों को वोट देंगे?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोण्डा में चुनावी रैली के दौरान कानपुर में बीते साल नवंबर में हुए रेल हादसे को सीमा पार की साजिश बताया। जानें क्या था पूरा मामला!
गोण्डा। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार जोरों से जारी है। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को गोण्डा में थे।
कानपुर रेल हादसे पर बोले पीएम मोदी
इस दौरान उन्होंने प्रदेश के ही कानपुर में हुए रेल हादसे का जिक्र किया। मोदी ने कहा कि कानपुर में एक रेल हादसा हुआ। कुछ लोग पकड़े गए, पुलिस ने खोज निकाला। ये सरहद पार से की गई साजिश थी। अगर ऐसे लोग जो इन षड़यंत्रकारियों की मदद करते हैं, यहां से जीत कर जाएंगे तो क्या गोण्डा सुरक्षित रहेगा? क्या देश सुरक्षित रहेगा?
ये है मामला
बता दें कि बीते साल नवंबर में कानपुर में हुए बड़े रेल हादसे का मास्टर माइंड और ISI एजेंट शमशुल हुदा को नेपाल के काठमांडू से गिरफ्तार कर किया गया था। नेपाल पुलिस की स्पेशल टीम ने हुदा को त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उस वक्त गिरफ्तार किया जब वो दुबई भागने की फिराक में था। भारतीय खुफिया एजेंसी आईबी, रॉ और एनआईए की टीम पहले से ही नेपाल में मौजूद थीं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शमशुल हुदा ने पूछताछ में पाकिस्तान के साथ कनेक्शन को स्वीकार किया था।
ISI के साथ था शमशुल
कागजी छानबीन में पता चला था कि शमशुल हुदा की राष्ट्रीयता नेपाली है। वो नेपाल के लुम्बिनी का रहने वाला है। उसकी उम्र 38 साल है और उसे नेपाली भाषा के साथ-साथ हिंदी भाषा अच्छे से बोलने और लिखने आती है। शमशुल हुदा पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर भारत विरोधी गतिविधियां में शामिल रहा है। कानपुर रेल हादसे के मास्टरमाइंड के अलावा हुदा भारत में कई धमाकों की साजिश रच चुका है। (कानपुर रेल हादसे की फाइल फोटो)
हुदा का तमाम साजिशों में हाथ
भारत के बड़े शहरों और ट्रेनों को निशाना बनाने की साजिश के पीछे हुदा का हाथ बताया जा रहा है। हुदा नेपाल से चुनाव लड़ चुका है और वहां एक रेडियो चैनल भी चलाता है। जांच एजेंसियों ने 2016 में दुबई से नेपाल की गई एक फोन कॉल को इंटरसेप्ट किया था, जिसमें मोदी सरकार को हिलाने के बड़े प्लान का खुलासा हुआ था। (कानपुर हादसे की फाइल फोटो)
बनाया था टेरर प्लान
पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई ने शम्सुल हुदा के जरिए भारत के खिलाफ नया टेरर प्लान बनाया था। इस प्लान में नेपाल-बिहार बार्डर के अपराधियों और बिहार की जेलों में बंद कई शातिर बदमाशों को शामिल किया गया था। इन्हीं लोगों को शमशुल ने ट्रेनों को उड़ाने का काम सौंपा था। (कानपुर हादसे की फाइल फोटो)
बिहार से ये हुए थे गिरफ्तार
बता दें कानपुर में पुखरायां में 20 नवंबर 2016 रविवार को हुए ट्रेन हादसे में 150 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले की जांच करते हुए बिहार के समस्तीपुर के निकट घोड़ासहन रेलवे ट्रेक के पास से बरामद आईईडी के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पूर्वी चंपारण के एसपी जितेंद्र राणा ने इस बात की जानकारी दी थी। एसपी जितेंद्र राणा ने बताया था कि गिरफ्तार किए गए लोगों को अधिक से अधिक रेलवे ट्रैक को निशाना बनाने के लिए कहा गया है। (बिहार में हुई गिरफ्तारी की फाइल फोटो)