अखिलेश यादव ने यश भारती सम्मान से विभूतियों को किया सम्मानित, मुलायम सिंह यादव नहीं रहे मौजूद
यश भारती सम्मान 2016 में मुलायम सिंह यादव की गैरमौजूदगी में सीएम अखिलेश यादव ने विभूतियों को सम्मानित किया।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को यश भारती सम्मान समारोह आयोजित किया। इसमें सूबे की कुल 74 ऐसे लोगों को सम्मानित किया गया जिन्होंने साहित्य, फिल्म, विज्ञान, पत्रकारिता, संस्कृति, संगीत, नाटक, खेल, समेत विभिन्न क्षेत्रों में अतुलनीय योगदान दिया।
ये हैं पुरस्कार पाने वाली कुछ प्रमुख हस्तियां :
- हबीबुल्लाह (समाजसेवा)
- बशीर बद्र (उर्दू साहित्य)
- संतोष आनंद (संगीत)
- केवल कुमार (संगीत निर्देशक)
- नसीरूददीन शाह (अभिनय)
- पंडित विश्वनाथ (शास्त्रीय संगीत)
- सौरभ शुक्ला (अभिनय)
- मोहम्मद असलम वारसी(कव्वाली)
- पीयूष चावला (क्रिकेट)
- साबरी बंधु (कव्वाली)
अखिलेश यादव ने भाषण में लिया मुलायम सिंह का नाम
इस बार साबरी आफताब और हाशिम साबरी को संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह में नसीरुद्दीन शाह, अतुल तिवारी समेत कुल पांच विभूतियां नहीं पहुंचीं। अखिलेश यादव ने अपने भाषण के दौरान मुलायम सिंह का नाम कई बार लिया।
मुलायम सिंह यादव समारोह से नदारद
करीब 10 वर्ष पूर्व यश भारती सम्मान की शुरुआत करने वाले मुलायम सिंह यादव इस मौके पर मौजूद नहीं रहे। हालांकि, उन्होंने बाद में अखिलेश यादव की मौजूदगी में इन हस्तियों से मुलाकात की।
इतना कुछ मिला विभूतियों को सम्मान में
यश भारती पुरस्कार के तहत विजेताओं को 11 लाख रूपये का चेक, शाॅल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाते हैं।
यश भारती से जुड़ी जानकारी
यह पुरस्कार सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने 1994-95 में देने शुरू किए। बसपा सरकार ने यश भारती समेत सभी तरह के पुरस्कारों, सम्मानों पर रोक लगा दी। सपा सरकार के आने के बाद से यह सिलसिला फिर शुरू हो गया।