तेल पाइप लाइन में सेंध लगाकर करोड़ों का साम्राज्य खड़ा करनेवाला मनोज गोयल गिरफ्तार
इंडियन ऑयल रिफाइनरी की पाइप लाइन में सेंध लगाकर मनोज गोयल ने करोड़ों रुपए के तेल की चोरी की और एक बड़ा साम्राज्य बना लिया।
मथुरा। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने तेल माफिया मनोज गोयल को अरेस्ट कर लिया है जो मथुरा रिफायनरी से जाने वाली पाइप लाइनों से तेल चोरी कराया करता था। पकड़े गए माफिया ने पाइप लाइन से कई सौ करोड़ का तेल चोरी कराया। इस पेट्रोलियम पदार्थों की चोरी कराकर तेल माफिया ने आगरा, फिरोजाबाद में अच्छा खासा साम्राज्य खड़ा कर लिया था। उसके कई पेट्रोल पम्प, होटल और स्कूल हैं।
मनोज गोयल ने कैसे खड़ा किया तेल चोरी का धंधा?
कुख्यात तेल माफिया मनोज गोयल उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फ़ोर्स और मथुरा पुलिस की गिरफ्त में है। आगरा के नेहरू नगर थाना हरीपर्वत के रहने वाले मनोज गोयल ने जल्द ही आगरा की हस्तियों में अपनी एक अलग पहचान बना ली। आगरा व फिरोजाबाद में खड़ा किया एक साम्राज्य, जिसमें उसने आगरा में 7 पैट्रोल पम्प , 2 होटल ताज वे इन व जी एल पैलेस और फिरोजाबाद में जी डी गोयनका नाम से स्कूल बना लिया।
कुछ ही समय में एक खास पहचान बना चुके मनोज गोयल ने अपना ये साम्राज्य ईमानदारी से नहीं बल्कि खड़ा किया चोरी और फरेब के धंधे से। मनोज गोयल ने अमीर बनने के लिए जो रास्ता तय किया वह न केवल खतरनाक था बल्कि काफी डराने वाला भी था। मनोज गोयल ने अपना साम्राज्य खड़ा करने के लिए चुना मथुरा रिफायनरी को। दरअसल मथुरा रिफायनरी से चार पाइप लाइन जाती है जिनमे से एक क्रूड आयल की है जबकि तीन भरतपुर , टूंडला और जालन्धर जाती है। मनोज ने अपने धंधे को अंजाम देने के लिए मथुरा जालन्धर पाइप लाइन को चुना।
इसके तहत इसने मथुरा के थाना हाई वे इलाके के राम कृष्ण बिहार कॉलोनी में उस जगह प्लाट खरीदा जहाँ से हो कर मथुरा जालन्धर पाइप लाइन गुजरती है । इस प्लाट को खरीदने के बाद ही मनोज गोयल ने शुरू किया तेल चोरी का धंधा । मनोज गोयल ने पहले पाइप लाइन तक पहुँचने के लिए एक 60 मीटर की सुरंग बनायीं और उसके बाद कुछ तकनीकी एक्सपर्ट के जरिये पाइप लाइन में वॉल्ब लगाया और शुरू कर दी तेल चोरी । इस जरिये मनोज ने हर रात लाखों रूपए का तेल चोरी करना शुरू कर दिया।
सुरंग बनाकर लगाई थी पाइप लाइन में सेंध
एस पी सिटी अशोक सिंह ने बताया की पिछले महीने थाना क्षेत्र हाई वे में 17 तारीख को एक तेल चोरी करने वाले गैंग, घटना स्थल व तमाम चीजों का खुलास हुआ था। उसमे दो प्लॉट खरीदकर उसमें लगभग 60 मीटर लम्बी सुरंग बनायी गयी थी। मनोज गोयल के इस कारनामे का खुलासा 17 फरवरी 2017 को हुआ। जब पुलिस को किसी ने तेल चोरी होने की सूचना दी जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जब तेल चोरी का इतना बड़ा मामला देखा तो वह सन्न रह गयी । पुलिस ने मथुरा रिफायनरी के प्रबन्धक वीरेंद्र कुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जाँच शुरू की तो पता चला की यह सब काम आगरा का रहने वाला मनोज गोयल कर रहा था। जिसके बाद पुलिस ने मनोज गोयल की गिरफ्तारी के प्रयास किये । लेकिन अपनी कार्यशैली को लेकर सवालों घेरे में रहने वाली मथुरा पुलिस उसको गिरफ्तार करना तो दूर उसका सुराग लगाने में भी नाकाम रही । इसके वाद इस मामले की जांच उत्तर प्रदेश एसटीएफ को दे दी । जिसके बाद एस टी ऍफ़ ने तेल माफिया मनोज गोयल को उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह दिल्ली से आगरा जा रहा था।
तरविंदर के जरिए पुलिस मनोज तक पहुंची
मनोज गोयल तक पुलिस आगरा के ही पेट्रोल पम्प संचालक तरविंदर जीत के जरिये पहुँची । तरविंदर जीत को मथुरा पुलिस ने उसके 2 साथी हरी व रवि चौधरी के साथ 20 फरवरी को ही गिरफ्तार कर लिया था। जिनके पास से पुलिस ने 1 टैंकर पेट्रोल का , 4 केन पेट्रोल की 1 स्कोर्पियो गाडी व 1 रिट्ज गाडी भी बरामद की थी । तरविंदर से हुई पूछताछ के बाद मनोज गोयल का नाम सामने आया । जिसके बाद पुलिस और एसटीएफ ने इसकी तलाश शुरू कर दी । लेकिन जब वह नहीं मिला तो उसके आगरा स्थित घर पर मुनादी कराते हुए कुर्की का नोटिस उसके घर पर चस्पा कर दिया । शनिवार शाम को हुई इस कार्यवाही के बाद मनोज को देर रात एसटीएफ ने उसे मथुरा के थाना हाई वे इलाके से गिरफ्तार कर लिया ।
मनोज गोयल खुद को बता रहा निर्दोष
पुलिस गिरफ्त में आने के बाद मनोज गोयल अपने आप को निर्दोष बता रहा है । मनोज गोयल के रसूख का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है की उसके फोटो तत्कालीन जिलाधिकारी पंकज कुमार व् एसएसपी प्रतिन्दर सिंह के साथ दोस्ताना अंदाज में है। हालाँकि पुलिस कैमरे पर यह बताने को तैयार नहीं है कि मनोज गोयल ने अब तक कितने करोड़ का तेल चोरी किया है । लेकिन वह बताती है की ये खेल करीब दो साल से चल रहा था और हर रात करीब दस से बारह टैंकर यहाँ से तेल चोरी किया जाता था । इसी से अंदाजा लगाया जा रहा है की मनोज गोयल अब तक करीब सौ से दो सौ करोड़ रूपए का तेल चोरी कर चुका था । वहीँ इस मामले में मथुरा रिफायनरी से जुड़े अधिकारी और कर्मचारियों की संलिप्तता संदेह के घेरे में है। क्योंकि जिस पाइप लाइन से तेल चोरी किया जा रहा था उसका संचालन मथुरा रिफायनरी से ही किया जाता था । इस मामले में पुलिस ने अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है ।
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