अब यूपी में बिना आधार कार्ड नहीं मिलेगी मुफ्त एंबुलेंस सेवा
फर्जीवाड़े को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश में अब एंबुलेंस सेवा हासिल करने के लिए आधार कार्ड दिखाना होगा अनिवार्य
लखनऊ। गरीबों के लिए आपातकाल में एंबुलेंस की सेवा हासिल करना पहले से ही मुश्किल काम है, लेकिन प्रदेश में योगी सरकार जो नया नियम लाने जा रही है, उसके बाद यह चुनौती और कठिन हो जाएगी। प्रदेश में योगी सरकार ने अब मुफ्त में एंबुलेंस सेवा हासिल करने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य बना दिया है, अब जिसे भी मुफ्त में एंबुलेंस सेवा चाहिए उसे अपना आधार कार्ड का नंबर बताना अनिवार्य होगा।
फर्जीवाड़े को रोकने के लिए लिया गया कदम
ऐसे में अब अगर किसी मरीज को एंबुलेंस सेवा चाहिए तो उसके रिश्तेदार या उसे खुद अपना आधार कार्ड दिखाना होगा। अधिकारियों की मानें तो ऐसा इसलिए किया गया है ताकि मुफ्त में एंबुलेंस सेवा का दुरउपयोग रोका जा सके। ऐसा करने से इस सेवा में हो रही धांधली को रोका जा सकता है। हालांकि जहां लोगों की आबादी अधिक है, खासकर कि गांवों में अभी भी लोगों के पास आधार कार्ड नहीं है, ऐसे में लोगों को आने वाले समय में काफी मुसीबत का सामना करना पड़ेगा।
ड्राइवर करते हैं फर्जीवाड़ा
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का कहना है कि सरकार द्वारा मुहैया कराई जा रही एंबुलेंस सेवा में काफी खामी है। अक्सर ड्राइवर फर्जी जगहों पर जाते हैं और गलत जानकारी देकर पेट्रोल का पैसा लेते हैं। कई बार ड्राइवर खुद ही फर्जी फोन करते हैं, ताकि वह कहीं जा सके, ऐसी अनियमितताओ को रोकने के लिए हमने यह फैसला लिया है। राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी सीएमओ को एक पत्र भेजा है जिसमें कहा गया है कि अगर कोई एंबुलेंस सेवा चाहता है तो उसका आधार नंबर अनिवार्य होगा।
जल्द होगा अनिवार्य
इस मामले में बिजनौर के सीएमओ सुहवीर सिंह का कहना है कि यहां कुल 53 एंबुलेंस हैं, जिन्हें 102, 108 नंबर डायल करके बुलाया जा सकता। डायल 102 गर्भवती महिलाओ के लिए आरक्षित है, जबकि 108 नंबर पर अन्य मरीज फोन कर सकते हैं। इससे पहले किसी भी तरह के दस्तावेज की जरूरत नहीं थी एंबुलेंस सेवा के लिए, लेकिन अब राज्य सरकार ने नया नियम पेश किया है जिसके बाद आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि हालांकि सरकार ने अभी तक इस नियम को लागू करने के लिए विशेष तारीख का ऐलान नहीं किया है, हाल फिलहाल के लिए अगर किसी मरीज की हालत गंभीर है और उसके पास आधार कार्ड नहीं है तो उसे अस्पताल लाया जा सकता है, लेकिन जल्द ही आधार कार्ड को मरीजों के लिए अनिवार्य किया जाएगा।
ग्रामीण इलाकों नहीं है अनिवार्य
हालांकि अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में आधार कार्ड को सभी के लिए अनिवार्य नहीं किया गया, यहां पहले से ही खराब स्वास्थ्य सेवा चिंता का विषय है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नया नियम स्थिति को बद से बदतर कर देगा, मरीज समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाएंगे।