ट्रेन से कूद कर फरार हुआ नामी गैंगेस्टर, देखती रह गई UP पुलिस
कैदी को एक केस में सुनवाई के लिए पुलिसवाले शाहजंहापुर से जौनपुर रेल मार्ग से लेकर जा रहे थे, रास्ते में कैदी हिमगिरी सुपर फास्ट ट्रेन से चेन पोलिंग कर कूदकर भाग निकला।
सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर रेलवे स्टेशन से महज 50 कदम की दूरी पर तीन सिपाहियों की सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए एक कैदी हिमगिरी सुपर फास्ट ट्रेन से चेन पोलिंग कर कूदकर भाग निकला। ट्रेन से कूदकर भागने वाला कैदी लूट व गैंगेस्टर जैसे जघन्य मामलों में निरुद्ध था, और सिपाही उसे शाहजहाँपुर से जौनपुर पेशी पर लेकर जा रहे थे। इस बड़ी वारदात के बाद पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच जीआरपी को मुकदमा लिखने का निर्देश दिया। इस वारदात ने सुल्तानपुर की जीआरपी पुलिस की भी कलई खोल कर रख दिया है।
स्टेशन से 50 कदम की दूरी पर घटी घटना
सीएम योगी के सख्त निर्देशों के बाद यूपी पुलिस कितनी मुस्तैद है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तीन सिपाहियों के बीच से एक कैदी ट्रेन में चेन पोलिंग करते हुए कूदकर भाग निकलता है और सिपाही देखते रह जाते हैं। जानकारी के अनुसार शाहजहांपुर जेल में बंद कैदी वीरेंद्र को तीन सिपाही नृतपाल सिंह, नरेंद्र सिंह व गिरीश दिवाकर हिमगिरि सुपर फास्ट ट्रेन से जौनपुर की कोर्ट में पेशी पर लेकर जा रहे थे। ट्रेन जब सुल्तानपुर रेलवे स्टेशन से 50 कदम की दूरी पर स्थित पुलिस लाइन रेलवे क्रॉसिंग के पास पहुंची तब टॉयलेट कर लौटा कैदी वीरेंद्र चेन पोलिंग कर पुलिस को चकमा देकर ट्रेन से कूद कर फरार हो गया। इसके बाद जैसे ही ट्रेन सुल्तानपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंची सिपाहियों ने घटना की जानकारी जीआरपी पुलिस को दिया, जिस पर पुलिस के आला अधिकारी और नगर कोतवाली की टीम स्टेशन पहुंची। ये भी पढ़ें- विदेशी युवती से लूट, मदद करने की जगह सेल्फी खींचते रहे पुलिसवाले VIDEO
कई जिलों में दे चुका था लूट को अंजाम
यहां स्टेशन पर पहुंचे पुलिस के अधिकारियों ने कैदी को ले जा रहे सिपाहियों से गहन पूछताछ किया। पूछताछ में पता चला कि फरार हुए कैदी वीरेंद्र पर बनारस, जौनपुर, भदोई आदि जिले में लूट व गैंगेस्टर का मुकदमा दर्ज है। आज गैंगेस्टर के एक केस में उसे जौनपुर में सुनवाई के लिए सिपाही शाहजंहापुर से जौनपुर रेल मार्ग से लेकर जा रहे थे। वीरेंद्र ने कई जिलों में लूट की घटना को अंजाम दिया है। ये भी पढ़ें- 10 रुपए में मुल्जिमों को दो वक्त का खाना, आखिर कैसे देगा यूपी का थाना?
बगैर टिकट यात्रा कर रहे थे तीनों सिपाही
जीआरपी इंचार्ज एसबी यादव ने बताया कि मामले में सिपाहियों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। लेकिन जीआरपी इंचार्ज ने मामले के बारे में आगे जो जानकारी दिया उससे कैदी के साथ मौजूद सिपाहियों की भूमिका संदिग्ध भी नजर आ रही है। उन्होंने बताया कि फरार हुए कैदी के साथ मौजूद सिपाहियों का बयान है कि उक्त कैदी चेन पोलिंग कर भागा है, जिससे ट्रेन 10 मिनट खड़ी रही। उनका कहना है कि 10 मिनट तो दूर अगर 1 मिनट भी चेन पोलिंग के बाद ट्रेन रुकती है तो स्टेशन से उन्हें मेमो के जरिए सूचना मिलती है, लेकिन उक्त घटना में उन्हें ऐसी कोई सूचना नहीं मिली। वहीं इंचार्ज ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि फरार कैदी को लेकर जा रहे तीनों सिपाहियों ने टिकट भी नहीं ले रखा था।
पुलिस कर रही थी फरार कैदी की तलाश मिल गई चोरी की होन्डा सिटी कार
घटना के बाद पुलिस के आला अधिकारियों के निर्देश पर शहर भर में सघन चेकिंग अभियान चलाया गया, जिसमें फरार कैदी तो पुलिस के हाथ नहीं लग सका लेकिन संदेह के आधार पर पुलिस को एक होन्डा सिटी कार के दो व्यक्ति अवश्य मिले।पुलिस ने जब इनसे पूछताछ किया तो पता चला कि होन्डा सिटी कार उत्तराखंड की है जो की चोरी की है। उक्त गाड़ी के मालिक का नाम विक्रम जीत सिंह पुत्र हर दयाल सिंह है। बहरहाल पुलिस अब इस मसले पर हर पहलू से जाँच करने में जुटी हुई है। वहीं पुलिस के उच्च अधिकारी के निर्देश पर तीनों सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।