भाजपा का उत्तर प्रदेश में भव्य कमल मेला, लेकिन कैशलेस सुविधा नहीं
भाजपा के इस कमल मेले में चाट, फुलकी और भेलपूरी के स्टाल पर सामान बेचा जा रहा है। पर ये दुकानें कैशलेस नहीं है और न ही कैशलेस अपनाने संबंधी कोई स्टाल लगा है।
मिर्जापुर। पांच सौ और एक हजार के नोटों पर पाबंदी के ऐलान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों को कैशलेस व्यवस्था अपनाने पर जोर दे रहे है लेकिन उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में भाजपा के कमल मेला में ही उनके इस अभियान का असर नहीं दिख रहा है। कमल मेला में कई स्टाल लगे है। जिसमें कई निशुल्क और कई शुल्क वाले है। चाय पर चर्चा से लेकर मन की बात लिखने के लिए आकांक्षा पेटी का स्टाल लगा है। पर न तो कैशलेसअपनाने के प्रति जागरुकता के लिए कोई स्टाल लगा है। न ही शुल्क वाले स्टाल पर कैशलेश व्यवस्था है।
प्रदेश
के
बीस
जिलो
में
23
से
25
दिसंबर
तक
भाजपा
का
तीन
दिवसीय
कमल
मेला
लगा
है।
मिर्जापुर
नगर
के
सिटी
क्लब
के
मैदान
में
भी
लगा
है।
कमल
मेला
में
प्रवेश
निशुल्क
है।
हाथ
पर
कमल
का
ठप्पा
लगाकर
लोगों
को
अंदर
भेजा
जा
रहा
है।
फ्री
मे
मिल
रहे
कूपन
के
जरिए
लोग
स्टाल
पर
मनोरंजन
कर
सकते
है।
इसमें
सर्जिकल
स्टाइक
स्टाल
में
निशानेबाजी,
रिंग
टास,
बोतल
फोड
स्टाल
पर
बोतल
पर
निशाना
लगाने
पर
नरेंद्र
मोदी
का
मुखौटा
मिल
रहा
है।
ये
भी
पढ़ें-
बीजेपी
की
परिवर्तन
यात्रा
का
लखनऊ
में
समापन,
राजनाथ
सिंह
हुए
शामिल
इसके
अलावा
फ्री
में
पानी,
चाय
व
हाथ
में
मेहदी
लगाने
की
व्यस्था
है।
मंच
पर
केंद्र
बडे
स्क्रीन
पर
केंद्र
सरकार
की
योजनाएं
दिखायी
जा
रही
है।
आकांक्षा
पेटी
में
लोग
मन
की
बात
लिखकर
पत्र
डाल
रहे
है।
चाट,
फूलकी
और
भेलपूरी
के
स्टाल
पर
दस
रुपये
में
सामान
बेचा
जा
रहा
है।
पर
ये
दुकान
कैशलेस
नहीं
है।
न
ही
कैशलेस
अपनाने
संबंधी
कोई
स्टाल
लगा
है।
जहां
पर
लोगों
को
पेटीएम,
व
अन्य
कैशलेस
तरीको
को
बताया
जा
रहा
हो।
पढ़ें- वाराणसी
में
पीएम
मोदी
अपना
टिफिन
खुद
लेकर
पहुंचे
थे
बूथ
कार्यकर्ताओं
के
बीच
केंद्र सरकार ने नोटबंदी कर शादी वाले घरो को पैसा निकलने और पेंमेंट करने के लिए चेक आदि से करने संबंधी कई नियम लाद दिये। पर भाजपा की ओर से आयोजित इतने बडे मेले का आयोजन कैसे हो रहा इस पर कोई नेता बोलने को तैयार नहीं है। टेंट लगाने वाले और इवेंट मैनेजर भी कुछ नहीं बता रहे कि उनको पेमेंट कैसे हुई, बजट कहां से आया। मेले की भव्यता से साफ है कि भाजपा ने यूपी चुनाव को देखते हुए करोड़ों रुपए इसपर बहाए हैं।