भाजपा करेगी नया प्रयोग, यूपी के सीएम के साथ होंगे दो डिप्टी सीएम
2019 का चुनाव साधने के लिए भारतीय जनता पार्टी यूपी में एक खास किस्म का प्रयोग करने की ओर है। ऐसा प्रयोग अभी तक यूपी के राजनीतिक इतिहास में नहीं किया गया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री तय करने के लिए तमाम कारकों और कारणों पर विचार करना पड़ रहा है। कुछ नाम सामने भी आए और तो और भाजपा के सारे विधायक दिल्ली स्थित उत्तर प्रदेश भवन में कैंप लगाए बैठे हैं।
कहा था- 17 मार्च को हो सकती है शपथ
भाजपा ने कहा था कि संभवतः 17 मार्च को शपथ ग्रहण समारोह सपंन्न हो जाएगा, हालांकि अभी ऐसा नहीं लगता कि बताई गई तारीख पर शपथ ग्रहण नहीं हो पाएगा, क्योंकि तमाम नाम सामने आने के बाद भी अब तक पार्टी के पदाधिकारी गोवा और मणिपुर में फ्लोर टेस्ट हो जाने के बाद यूपी पर ध्यान देंगे। सूत्रों की मानें तो यूपी को उसका सीएम मिलने में 1 हफ्ते की और देरी हो सकती है।
अपेक्षाओं के अनुरूप हो CM
पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह दोनों का मानना है कि यूपी का सीएम उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप हो। यह बात दीगर है कि यूपी भाजपा के लिए 2019 के नजरिए से बहुत महत्वपूर्ण है। अगर उसे 2019 में फिर से सत्ता में आना है तो यूपी जरूरी है।
ये होंगे वो दो डिप्टी सीएम
भाजपा में ऐसे बहुत से लोग हैं जो राजनाथ सिंह को यूपी का मुख्यमंत्री नियुक्त करने के पक्षधर हैं। हालांकि वो इससे इनकार कर रहे हैं, फिर भी उनका नाम रेस में है। भाजपा राज्य में दो उप मुख्यमंत्री नियुक्त करने के लिए सोच रही है। जिसमें एक पिछड़ी और एक अगड़ी जाति का डिप्टी सीएम होगा।
राजनाथ ने किया इनकार
गौरतलब है कि यूपी के सीएम के लिए केशव प्रसाद मौर्य, राजनाथ सिंह, सुरेश खन्ना, दिनेश शर्मा, योगी आदित्यनाथ का नाम चर्चाओं में शामिल है। हालांकि चर्चा में शामिल हर नाम खुद के रेस में शामिल होने से इनकार कर रहा है। बता दें कि गुरुवार को यूपी भाजपा विधायक दल की बैठक होनी थी, जो नहीं हो पाई।
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