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सिस्टर-डे स्पेशल: खुद भूखी रहकर बड़ी बहन ने छोटी को बनाया इंटरनेशनल प्लेयर

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वाराणसी। दांदूपुर गांव के कैलाश यादव मामूली से किसान है। उनकी बेटी इंटरनेशनल वेटलिफ्टर पूनम यादव के स्ट्रगल के दिनों में बड़ी बहन शशि और छोटी बहन पूजा की अहम भूमिका रही। सिस्टर्स डे पर हम आज आपको इन्हीं बहनो के बारे में बता रहे हैं। पूनम ने बताया बात 2010 कि है ,दीदी शशि खेलने जाती थी। मैंने भी उनके साथ जाना शुरू किया। लोकल लेबल पर परफॉर्मेंस में अच्छा जाने लगा। दीदी ने मेरे गेम को देखकर खुद की डाइट मुझे देने का निर्णय किया और अपने भूखे रहकर रोटियां मुझे खिला देती थी। पूनम रेलवे में टीटीई पद पर है।

2014 में कॉमनवेल्थ के जीत की मिठाई खिलने तक को नहीं थे पैसे

2014 में कॉमनवेल्थ के जीत की मिठाई खिलने तक को नहीं थे पैसे

शशि ने बताया गरीबी इतनी थी कि खाने बनाने को घर पर स्टोव ,चूल्हा तक नहीं था। छोटी बहन पूजा पत्ते बीनकर लाती थी, तो चूल्हा जलता था। पूजा ने बताया भैसो की देखरेख पूनम करती थी। 2012 में जब वो हम दोनों बहनो से लोकल लेबल पर अच्छा खेलने लगी तो, हमने खेल से दूरी बना लिया।

नाश्ते की सब्जी मुझे चुपके से खिला देती

नाश्ते की सब्जी मुझे चुपके से खिला देती

2014 में कॉमनवेल्थ में जब पूनम ने मेडल जीता तो लोगो को मिठाई खिलाने के पैसे तक हम लोगो के पास नहीं थे। पूनम ने बताया तीनो बहने साथ में प्रेक्टिस करने जाते थे। शशि दीदी सुबह अपने नाश्ते की सब्जी मुझे चुपके से खिला देती थी। जूते भी हम बहनों के पास नहीं थे। दीदी ने अपना जूता मुझे दे दिया और बोला छोटा हो रहा है, तुम पहनो।

ट्रैक शूट से लेकर दूध तक अपना दे दिया करती थी बड़ी बहन

ट्रैक शूट से लेकर दूध तक अपना दे दिया करती थी बड़ी बहन

ठण्ड के दिनों में उन्होंने अपना ट्रैक शूट तक मुझे दे दिया। कभी अगर घर पर दाल बन जाता था ,तो दीदी अपनी कटोरी छिपाकर रखती थी। चुपके से आकर मुझे पीला देती थी। शशि ने बताया परिवार बड़ा था और पिताजी अकेले किसानी से कमाने वाले।भैस पाले थे.दूध बिकता था ,तो कुछ खर्चा निकलता था। घर में सभी को दूध मिले मुमकिन नहीं था।दूध नापते समय ही रोज एक गिलास दूध चुपके से निकालकर पूनम को दे देती थी।

सीएम ने लक्ष्मीबाई एवार्ड से नवाजा

सीएम ने लक्ष्मीबाई एवार्ड से नवाजा

2012 में हम और बहन पूजा ने पूनम के लिए खेलना काम कर दिया। 2014 में स्कॉटलैंड के ग्लासगो में कॉमनवेल्थ गेम्स को देखकर तैयारी करवाया गया।पूनम 63 किलो वेट कैटेगरी में ब्रोंच मेडल जीतकर भारत का नाम रौशन किया था। पूनम को मेडल में एशियाड 2014 में सिल्वर मेडल, सीनियर नेशनल 2014 में सिल्वर मेडल , स्कॉटलैंड के ग्लासगो में कॉमनवेल्थ गेम्स 2014 --ब्रांच मेडल मिला है। पूनम यादव को सीएम अखिलेश यादव ने लखनऊ में रानी लक्ष्मी बाई एवार्ड से नवाजा।

English summary
National sisters day special story on weightlifter Poonam Yadav.
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