मुजफ्फरनगर रेल हादसा: हिंदू संत बोले- मुस्लिम युवक मदद के लिए नहीं आते तो हम नहीं बचते
शनिवार को हादसे का शिकार हुई उत्कल कलिंग एक्सप्रेस में कुछ भगवा वस्त्र पहने साधु भी थे। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद उनकी जान नहीं बचती अगर मुस्लिम युवक मौके पर नहीं पहुंचते।
नई दिल्ली। मुजफ्फरनगर के खतौली हुए बड़े रेल हादसे में लगातार नए खुलासे सामने आ रहे हैं। ये हादसा शनिवार शाम करीब 5.30 बजे हुआ जब उत्कल कलिंग एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसा इतना भयानक था कि कई डिब्बे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए। वहीं कुछ डिब्बे तो पास के घरों तक पहुंच गए। इस हादसे में 22 लोग मारे गए हैं, वहीं 200 से ज्यादा लोग घायल हैं। हादसे के बाद इसमें यात्रा कर रहे कुछ संतों ने अपनी आपबीती बताई। उन्होंने बताया कि आखिर कैसे उनकी जान बची।
मुजफ्फरनगर के खतौली में हुआ हादसा
शनिवार को हादसे का शिकार हुई उत्कल कलिंग एक्सप्रेस में कुछ भगवा वस्त्र पहने साधु भी थे। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद उनकी जान नहीं बचती अगर मुस्लिम युवक मौके पर नहीं पहुंचते। जनसत्ता से बातचीत में इन संतों ने बताया कि जैसे ही ट्रेन हादसे का शिकार हुई इलाके के कई मुस्लिम युवक मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कई लोगों को बचाने में अपना सहयोग दिया। इन संतों के मुताबिक अगर ये मुस्लिम युवक इस तरह से मदद नहीं करते तो मरने वालों का आंकड़ा और ज्यादा है। उन्होंने बताया कि खुद उनकी जान भी इन मुस्लिम युवकों ने ही बचाई।
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हादसे में घायल संतों ने बताई आपबीती
एक संत ने बताया कि हादसे के उनकी हालत बहुत खराब थी, इसी दौरान कुछ मुस्लिम युवक वहां पहुंचे उन्हें ट्रेन से बाहर निकाला। उन्होंने पानी भी पिलाया और जरुरी मेडिकल सुविधाएं भी मुहैया कराई। उन्होंने बताया कि जिस तरह से उन युवकों ने हमारी मदद की उन्हें भूला नहीं जा सकता है। यह हादसा इतना भीषण था कि ट्रेन का एक डिब्बा पास के एक मकान में जा घुसा। हादसे के वक्त ट्रेन की स्पीड 90 किलोमीटर प्रतिघंटा के करीब थी। हादसे के वक्त रेल की पटरी पर काम चल रहा था। ट्रेन के ड्राईवर को इस बारे में जानकारी नहीं दी गई थी कि आगे पटरी टूटी हुई है।
रेल हादसे के बाद कार्रवाई का दौर तेज
बता दें कि मुजफ्फरनगर में इस बड़े रेल हादसे के बाद रेलवे ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नॉर्दन रेलवे के जीएम समेत 8 के खिलाफ कार्रवाई की है। रेलवे ने नॉर्दर्न रेलवे के जीएम आरएन कुलश्रेष्ठ को छुट्टी पर भेज दिया है। साथ ही दिल्ली रेलवे के एक डीआरएम को भी छुट्टी पर भेजा गया है। इसके अलावा रेलवे ने 4 इंजीनियरों को भी सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही चीफ ट्रैक इंजीनियर का तबादला कर दिया गया है। इस भीषण हादसे के बाद रेलवे की तरफ से यह पहली कार्रवाई है।