मुलायम ने अखिलेश और रामगोपाल यादव को दिया नोटिस, 1 जनवरी को लखनऊ में आपातकालीन बैठक
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 से पहले ही समाजवादी पार्टी में घमासान मच गया है। अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को नोटिस जारी करते पूछा कि वो
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 से पहले ही समाजवादी पार्टी में घमासान मच गया है। अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को नोटिस जारी करते पूछा कि वो कारण बताएं कि उन्होंने अलग से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के लिए अलग से प्रत्याशियों की लिस्ट क्यों जारी की है। इसके अलावा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव को भी नोटिस जारी करके मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पक्ष में बयानबाजी करने के बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया है। आपको बताते चलें कि टिकट बंटवारें को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के बीच तकरार चल रही है। गुरुवार को अखिलेश यादव ने 235 प्रत्याशियों की अलग से लिस्ट जारी करके उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल सा ला दिया जबकि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव पहले ही 325 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर चुके थे। अखिलेश यादव के लिस्ट जारी करने के अगले ही दिन शिवपाल सिंह यादव ने 78 लोगों की अंतिम लिस्ट भी जारी कर दी है। इसके बाद समाजवादी पार्टी की तरफ से जारी किए गए कुल प्रत्याशियों की संख्या 403 हो गई है।
राजनीतिक गलियारों में सब-सब अपनी बात कह रहे हैं। उत्तर प्रदेश में यह हवा भी चल रही है कि अखिलेश यादव ने राहुल गांधी के साथ गठबंधन को लेकर चर्चा की है। वहीं मुलायम सिंह यादव गठबंधन की बात को पहले ही नकार चुके हैं। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में भी इस बात को लेकर एक राय नहीं है। कुछ वरिष्ठ नेता इस मुद्दे पर मुलायम सिंह यादव के साथ हैं तो वहीं कुछ वरिष्ठ नेता अखिलेश यादव का साथ दे रहे हैं। अभी यह चर्चा का दौर भी शुरू हो गया है कि पार्टी के चुनाव चिन्ह को लेकर भी पार्टी के भीतर घमासान मच सकता है। इस मुद्दे पर राज्यसभा सांसद और समाजवादी पार्टी के महासचिव प्रो.रामगोपाल यादव भी खुल कर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पक्ष में आ चुके हैं। उन्होंने यह तक कह दिया है कि अखिलेश की तरफ से जारी की गई लिस्ट ही अंतिम लिस्ट होगी।
वहीं अब प्रो.रामगोपाल यादव ने नोटिस दिए जाने के बाद एक आपातकालीन राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन डॉ. राम मनोहर लोहिया लॉ विश्वविद्यालय में 1 जनवरी, 2017 को बुलाया है। रामगोपाल यादव ने पत्र में लिखा है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की लीडरशिप में पार्टी बहुत अच्छा काम कर रही है। ऐसे में जब यह लगने लगा कि पार्टी फिर से सत्ता में आएगी तब कुछ लोगों ने जानबूझकर समाजवादी पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए पार्टी विरोधी गतिविधां करनी शुरु कर दीं। इसी को ध्यान में रखकर हजारों लोगों ने ज्ञापन सौंपकर आपातकालीन प्रतिनिधि सत्र बुलाए जाने की मांग की है। इसी के चलते आपातकालीन सत्र को बुलाया जा रहा है।