सांप के जहर ने नहीं, यूपी की गड्ढा युक्त सड़कों ने ली मां-बेटी की जान
यूपी के मिर्जापुर में खराब सड़क के चलते एक सांप के काटने से बेहोश हुई मां-बेटी समय से अस्पताल नहीं पहुंच पाईं। जहां डाक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
मिर्जापुर। प्रदेश में सरकार बनते ही सीएम योगी ने सड़को को जून माह तक गड्ढा मुक्त करने का ऐलान किया था पर सड़कें अभी भी जस की तस हैं। सड़कों के खराब हालत के चलते गड्ढा युक्त NH-7 पर 49 किमी दूरी तय मंडलीय अस्प्ताल पहुंचने में करने में साढ़े चार घंटे लग गये। इस कारण सर्पदंश से अचेत हुई मां- बेटी की मौत हो गयी। घटना से आक्रोशित परिजनों ने आरोप लगाया कि खराब सड़क के चलते अस्पताल पहुंचने में देर हुई। परिजनों ने मुआवजा और सड़क निर्माण के लिए एनएच सेवन मार्ग पर चक्का जाम करने की चेतावनी दी।
बेटी के साथ दूसरे मकान में सोई थी मां
थाना क्षेत्र के बरबसा गहरवार गांव निवासी किसान शिव प्रसाद मौर्या का रतेह चौराहा नैड़ी मार्ग पर किराने की दुकान और मकान है। उसे तीन पुत्री और एक पुत्र है। बरबसा गहरवार वाले मकान पर शिव प्रसाद मौर्या, 27 वर्षीय पुत्र अरविंद, 20 वर्षीय पुत्री सीमा और रतेह चौराहा वाले मकान पर उसकी पत्नी 42 वर्षीय लखपत्ती देवी, 25 वर्षीय पुत्री अंजू और 16 वर्षीय पुत्री गरिमा रात में सो रही थी। लखपत्ती देवी और छोटी पुत्री गरिमा एक चारपाई पर सो रही थी। भोर में तीन बजे सर्प ने दोनों को दंश लिया। सर्प के दंश लेने के बाद दोनों उठी और शोर मचाया।
पीएचसी पर नहीं मिला एंटी वेनम
परिजन दोनों को पीएचसी हलिया ले गये। वहां पर एंटी वेनम न होने के कारण दोनों को मंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया गया। परिजनो बोलेरो से दोनों को लेकर मंडलीय अस्पताल के लिए निकले, पर हलिया से मिर्जापुर आने वाले एनएच-सेवन मार्ग पर बड़े-बड़े गड्डे होने के कारण मंडलीय अस्पताल पहंचने में साढ़े चार घंटे लग गये। लगभग आठ बजे परिजन दोनों को लेकर मंडलीय अस्पताल पहुंचे। जहां डाक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। आक्रोशित परिजनो ने आरोप लगाया कि खराब सड़क के चलते आने में देरी हुयी, इस कारण मौत हुयी है।
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आखिर कब बनेगी सड़क
प्रदेश सरकार सड़को को गड्डा मुक्त करने की बात कह रही है, पर हलिया से मिर्जापुर आने वाले एनएच-7 मार्ग की हालत बद से बद्तर होती चली जा रही है। इस समय हाल यह है कि उसमें बड़े-बड़े गड्डे हो गये है। गुरुवार की सुबह मां-पुत्री की मौत तो एक बानगी भर है। रोजाना इस मार्ग से आने जाने वाले मरीजो और अन्य कामकाजी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गड्डो के चलते दुर्घटनाओं की आशंकाएं बढ़ गयी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि पूर्व और वर्तमान जिलाधिकारी को पत्र दिया गया, पर अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिधि भी इस पर मौन धारण किये हुए है।