यूपी: जहरीला खाना खाने से नवोदय विद्यालय के 160 बच्चे पड़े बीमार
मिर्जापुर में नवोदय विद्यालय में जहरीला भोजन करने से 160 छात्र-छात्राएं बीमार हो गए जिन्हें बीती रात में ही स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया।
मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के एक स्कूल में बच्चों के बीमार होने का मामला सामने आया है। मड़िहान तहसील के पटेहरा स्थित नवोदय विद्यालय में बुधवार देर रात जहरीला भोजन करने से 160 छात्र-छात्राएं बीमार हो गए। वहीं, रात में ही सभी छात्र-छात्राओं को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया। इसमें गंभीर हालत में तीन बच्चों को मंडलीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मंडलीय अस्पताल के साथ ही दोनों स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात डाक्टरों की टीम पूरी रात भर बच्चाें का इलाज करने में जुटी रही। वहीं, गुरुवार की सुबह खाद्य विभाग के अधिकारियों की टीम ने मुआयना कर खाद्य पदार्थो का सैंपल लिया। ये भी पढे़ं: MP: अपने पैसों से सरकारी स्कूल की काया पलट करनेवाले इस टीचर को सलाम
देर रात हो गई कई बच्चों की हालत खराब
मिर्जापुर मुख्यालय से 45 किमी दूर पटेहरा ब्लॉक मुख्यालय पर स्थित नवोदय विद्यालय के हॉस्टल में 526 छात्र शिक्षा अर्जित कर रहे हैं। रात में सभी बच्चों ने एक साथ मेस में भोजन किया। इसके बाद सोने चले गए। रात में साढ़े ग्यारह बजे करीब कुछ बच्चों के पेट में दर्द शुरू हाेने के साथ ही उल्टी दश्त भी होने की शिकायत हुई। इससे विद्यालय में हड़कंप मच गया। विद्यालय के शिक्षक, प्रधानाचार्य ने बच्चों का उपचार शुरू करवाने के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी। सूचना पर मड़िहान एसडीएम सीपी तिवारी मौके पर पहुंचे और वाहनों में भरकर बच्चों को पीएचसी पटेहरा और मड़िहान सीएचसी भेजा। धीरे-धीरे बीमार बच्चों की संख्या बढने लगी। गुरुवार की दोपहर तक कुल 95 छात्र और 65 छात्राओं का इलाज कराया गया। तीन गंभीर छात्रों काे प्राथमिक उपचार करने के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं, सुबह जिला मुख्यालय से भी चिकित्सकों की टीम बुलाई गई। मड़िहान एसडीएम सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। खाद्य विभाग की टीम जांच के लिए सैंपल साथ ले गयी है।
बच्चों की तबीयत बिगड़ती ही गई
नवोदय विद्यालय में दसवीं की छात्रा आराध्या और श्रेया मिश्रा को गंभीरावस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। कक्षा छह की छात्रा प्रकृति पुत्री सतीश चौरसिया निवासी कछवां, कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा संदीपा पुत्री राजाली निवासी रामपुर लालगंज और बारहवीं के छात्र शिवशंकर निवासी देवरी हलिया का प्राथमिक उपचार करने के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। डाक्टरों की टीम ने उपचार करने के बाद गुरुवार को दोपहर में सभी छात्रों को छूट्टी दे दी।
खाद्य अधिकारी जांच के लिए ले गये सैंपल
वहीं, खाद्य विभाग के अधिकारियों की टीम खाद्य पदार्थ की जांच करने के लिए गुरुवार की सुबह नवोदय विद्यालय पहुंची। लेकिन रात में ही कर्मचारियों ने बचा हुआ खाना फेंक दिया था। इससे टीम रात में बचे भोजन का सैंपल नहीं ले सकी। टीम ने विद्यालय का स्टोर रूम, किचन और मेस की जांच की। इसके बाद अरहर की दाल, चावल, हल्दी, मसाला, दूध, दही और पनीर का सैंपल लिया। जांच टीम में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजवंश श्रीवास्तव, मंडलीय खाद्य सुरक्षा अधिकरी एसके सिंह, खाद्य सुरक्षा अधिकारी बीपी सिंह, खाद्य सहायक रविशंकर आदि रहे।
सुबह और रात में छात्रों को दिया गया था ये भोजन
बता दें कि नवोदय विद्यालय के छात्रों को बसंत पंचमी पर सुबह चाय और बिस्किट नास्ते में दिया गया था। सरस्वती पूजन के दौरान चनारामृत्त और दोपहर में चावल दाल बच्चों को दिया गया था। इसके बाद शाम को बिस्किट व दूध दिया गया था। रात में बच्चों को चावल, दाल, रोटी और फूल गोभी की सब्जी खाने में दी गई थी। रात में भोजन करने के एक घंटे बाद ही बच्चे बीमार पड़ने लगे थे।
एडीएम ने दिए जांच के निर्देश
एडीएम विजय बहादुर सिंह ने गुरुवार की दोपहर नवोदय विद्यालय पहुंचकर मौका मुआयना किया। उन्होंने डिप्टी सीएमओ बीके श्रीवास्तव को निर्देशित किया कि वह खाद्य विभाग के अधिकारियों के साथ जिले के संचालित सभी आवासीय विद्यालय और प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में बन रहे एमडीएम की जांच कराएं। साथ ही विद्यालय में बन रहे भोजन को सैंपल के रूप में फ्रीज में नो घंटे तक रखने का आदेश दिया।