मेरठ: घर में मन रही थी खुशियां तभी चुनावी रण से आई मातम वाली खबर
यूपी में 11 फरवरी को होने वाले प्रथम चरण के मतदान के लिए ड्यूटी करने आए एक मतदान कर्मी की शुक्रवार को मेरठ में मौत हो गई।
मेरठ। यूपी में 11 फरवरी को होने वाले प्रथम चरण के मतदान के लिए ड्यूटी करने आए एक मतदान कर्मी की शुक्रवार को मेरठ में मौत हो गई। मेरठ के विक्टोरिया पार्क मैदान में हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान ड्यूटी के लिए विजेंद्र सिंह ईवीएम मशीन और संबंधित सामान लेने आए थे। बिजेंद्र सिंह डाकघर विभाग में उपडाक अधीक्षक के पद पर तैनात थे। उनको मतदान के दिन ड्यूटी के लिए तैनाती दी गई थी। गौरतलब है कि शुकवार को उनके पोते का नामकरण था।
जिलाधिकारियों
ने
नहीं
दिया
ध्यान
बता
दें
कि
डाक
विभाग
में
उपडाक
अधीक्षक
के
पद
पर
तैनात
बिजेंद्र
सिंह
की
आकस्मिक
मौत
हो
गई।
बताया
गया
कि
यूपी
में
शनिवार
को
पहले
चरण
के
मतदान
के
लिए
ईवीएम
मशीन
और
अन्य
सामान
लेते
समय
अचानक
उनकी
हालत
बिगड़
गयी
ऐसे
में
करीब
आधा
घंटे
तक
बिजेंद्र
सिंह
वहीं
मौके
पर
तड़पते
रहे।
लेकिन
शर्मिंदगी
की
बात
ये
है
कि
वहां
मौजूद
जिला
प्रशासन
ने
बिजेंद्र
पर
कोई
ध्यान
नहीं
दिया
कर्मचारियों
ने
किया
हंगामा
वहीं,
बिजेंद्र
के
साथ
काम
करने
आए
कर्मचारियों
के
हंगामे
के
बाद
प्रशासन
ने
एम्बुलेंस
मंगवाकर
उन्हें
अस्पताल
भेजा।
लेकिन
अस्पताल
पहंचने
से
पहले
ही
बिजेंद्र
की
मौत
हो
गई।
ऐसे
में
मतदान
कर्मी
की
मौत
की
खबर
सुनकर
मेरठ
की
जिलाधिकारी
बी
चंद्रकला
मौके
पर
पहुंची
और
मृतक
के
परिजनों
को
सांत्वना
दी।
मातम
में
बदल
गई
खुशियां
मृतक
बिजेंद्र
के
घर
आज
उनके
पोता
होने
पर
बड़े
कार्यक्रम
का
आयोजन
था।
नजदीकी
रिश्तेदार
और
मित्रगण
घर
पर
खुशियां
मना
ही
रहे
थे
कि
उन्हें
सूचना
मिली
कि
बिजेंद्र
की
चुनाव
ड्यूटी
के
दौरान
मौत
हो
गयी।
वहीं,
सूचना
मिलते
ही
परिजन
बागपत
से
मेरठ
के
लिए
रवाना
हो
गये।
बिजेंद्र
के
बेटे
ने
बताया
कि
'आज
उनके
पोते
का
नामकरण
था।
पिता
जी
सुबह
हवन
पूजा
करवाने
के
बाद
मेरठ
में
चुनाव
ड्यूटी
में
चले
गए'।
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