मुस्लिम मतों के बंटवारे से है मुख्तार को हार का खतरा! दिख रही है बदलाव की आहट
बीते दिनों मऊ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैली में बिना नाम लिए मुख्तार अंसारी को बाहुबली कहते हुए भाजपा-भासपा के प्रत्याशी महेंद्र राजभर को 'कटप्पा' की संज्ञा दे दी थी।
मऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल की सबसे हॉट सीट मऊ सदर यानी मुख्तार के गढ़ में बदलाव की आहट मिल रही है। मतदान में मुस्लिम मतों के बंटवारे के कारण ऐसा नजर आ रहा है! बता दें कि मुख्तार अंसारी बीते चार बार से मऊ सदर सीट पर विधायक के रूप में काबिज हैं। लेकिन इस बार का चुनाव उनके लिए नाक का सवाल बन गया है।
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मऊ सदर विधानसभा से प्रमुख दलों में बसपा के टिकट पर मुख्तार अंसारी चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं समाजवादी पार्टी के टिकट पर अल्ताफ अंसारी और भाजपा-भासपा के गठबंधन से महेंद्र राजभर चुनाव मैंदान में हैं। बीते दिनों मऊ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैली में बिना नाम लिए मुख्तार अंसारी को बाहुबली कहते हुए भाजपा-भासपा के प्रत्याशी महेंद्र राजभर को 'कटप्पा' की संज्ञा दे दी थी। जिसके बाद हिंदू मतों के ध्रुवीकरण की संभावना नजर आई!
वहीं सीएम अखिलेश यादव ने भी अपनी चुनावी जनसभा में बुनकर के बेटे अल्ताफ को जिताने के लिए बुनकरों से अपील की थी। जिसका नतीजा मतदान के दिन देखने को मिला। जब मुस्लिम वोट मुख्तार और अल्ताफ के बीच बंट गया। इसके साथ ही अन्य हर वर्ग का वोट महेंद्र राजभर को मिला।
ऐसी स्थिति में अगर ऐसा होता है तो मुख्तार के गढ़ में बदलाव निश्चित है। वैसे चुनाव परिणाम 11 मार्च को आने के बाद सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। लेकिन चुनावी गणितज्ञ इस बार बदलाव के नजरिए से मऊ विधानसभा का चुनाव देख रहे हैं।
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