मथुरा: ड्रीमगर्ल के इलाके में किसी दल ने पूरे नहीं किए सपने, मतदाताओं ने दी चेतावनी
मथुरा-गोवर्धन मार्ग पर स्थित गांव जुनसुटी पूरी तरह से कृषि पर आधारित है। इस गांव में 5 हजार से ज्यादा मतदाता हैं। विकास के नाम पर गांव काफी पीछे है। चुनाव से पहले नेताओं ने विकास के तमाम वादे किये थे
मथुरा। यूपी में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे मतदाताओं का गुस्सा भी बाहर निकल रहा है। रविवार को मथुरा के गोवर्धन विधानसभा क्षेत्र गांव जुनसुटी में ग्रामीणों ने लंबे समय से चली आ रही स्थानीय समस्याओं से परेशान होकर एक बैठक की। जिसमें लोगों ने मतदान के बहिष्कार का फैसला किया। लोगों के इस फैसले से गांव में हड़कंप का माहौल है। ये भी पढ़ें: यूपी विधानसभा चुनाव 2017: सपा कांग्रेस गठबंधन को ममता बनर्जी ने दिया समर्थन
मथुरा-गोवर्धन मार्ग पर स्थित गांव जुनसुटी पूरी तरह से कृषि पर आधारित है। इस गांव में 5 हजार से ज्यादा मतदाता हैं। विकास के नाम पर गांव काफी पीछे है। चुनाव से पहले नेताओं ने विकास के तमाम वादे किये थे लेकिन चुनाव खत्म होते ही सभी वादे पीछे छूट गए। गांव में न तो सड़के हैं और न ही अच्छी शिक्षा के साधन। शिक्षा के नाम पर गांव में एक मात्र जूनियर हाईस्कूल है। उच्च शिक्षा के लिए यहां के युवाओं को 10 से 20 किमी तक की दौड़ लगानी पड़ती है। स्वास्थ्य सेवाओं की बात करें तो कोई भी सरकारी चिकित्सा केंद्र नहीं है। इलाज के नाम पर झोला छाप डॉक्टर ही लोगों की जान से खेलते हैं। इन सब मूलभूत समस्याओं को झेलते-झेलते स्थानीय लोग अब ऊब गए हैं। उनका ये गुस्सा आज एक पंचायत के रूप में फूटा और उन्होंने मतदान के बहिष्कार का एलान कर डाला।
स्थानीय निवासी गजेंद्र सिंह ने कहा कि आज तक किसी ने उनके गांव में कुछ काम नहीं कराया। इसीलिये लोगों ने मजबूर होकर मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। तो अशोक सिंह का कहना है कि हमारा गांव 60 सालों से विकास को तरस रहा है लेकिन सबने छलावा ही किया। वादा सबने किया पर निभाया किसी ने नहीं। इसीलिए हम लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया है। ये भी पढ़ें: विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारकों से खौफजदा आम जनता