मिल गया जो चला था HC उड़ाने, 'आजम खान का चाहने वाला'
मामले में खुफिया तंत्र सक्रिय हुआ और आबिद की जन्मकुंडली तलाशने लगा तो पता चला उसका संपर्क साधारण लोगों से नहीं था।
इलाहाबाद। इलाहाबाद हाईकोर्ट को उड़ाने की धमकी देने वाले शख्स की पहचान हो गई है। युवक की धड़पकड़ के लिए पुलिस की कई टीमों ने उसके घर की घेराबंदी की लेकिन युवक घर छोड़कर फरार है। अलबत्ता उसके कमरे से कुछ जले हुए कागज और एक अधजला धमकी भरा खत मिला है।
क्राइम ब्रांच ने सीसीटीवी फुटेज के सहारे धमकी भरा खत रखने वाले युवक की पहचान की है। युवक पहले बतौर मुंशी हाईकोर्ट में ही काम कर रहा था। कुछ साल पहले पुलिस ने उसे एडीपीएस एक्ट में जेल भी भेजा था। ये शख्स इलाहाबाद के सादियाबाद का रहने वाला है, जिसका नाम आबिद है। आबिद के भाई शाहिद अली हाईकोर्ट में वकील हैं। जबकि पिता वाहिद अली जिला जज के रिटायर्ड पेशकार हैं।
आबिद के लिंक?
मामले में खुफिया तंत्र सक्रिय हुआ और आबिद की जन्मकुंडली तलाशने लगा तो पता चला उसका संपर्क साधारण लोगों से नहीं था। उसका चाल-चलन गैरकानूनी होने के चलते ही आबिद के भाई शाहिद अली ने उसे मुंशी पद से हटा दिया था। पुलिस का कहना है कि अभी तक की जांच में ये नहीं पता चल सका है कि आबिद के लिंक कहां-कहां हैं। उसने खत रखा हैं ये बात तो सीसीटीवी फुटेज में साफ हो गई है। लेकिन किसके कहने पर धमकी भरा खत दिया। ये अभी रहस्य बना हुआ है। उसके मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई गई है। मोबाइल की लोकेशन भी ट्रेस की जा रही है। जिसके सहारे पुलिस की कई टीमें आबिद की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही हैं। पुलिस ने आबिद के पिता वाहिद अली से थाने में कई घंटे पूछताछ की। देर शाम उन्हें लंबी पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। पुलिस जांच में ये भी पता चला कि गेट नंबर तीन से ही वकील व मुंशी आदि प्रवेश करते हैं। ऐसे में आबिद पूर्व में बने पास के आधार पर ही हाईकोर्ट के अंदर आता जाता है। गुरुवार को भी उसने उसे पास के सहारे कोर्ट में एंट्री ली फिर वापस लौटते समय उसने हाईकोर्ट उड़ाने की धमकी भरा खत फेंका।
क्या बोले एसएसपी?
मामले में पुलिस कप्तान आनंद कुलकर्णी ने बताया कि हाईकोर्ट की सुरक्षा पूरी तरह से हाई सिक्युरिटी जोन में है। उसमें चूक होने का सवाल ही नहीं है। जांच में स्पष्ट हो चुका है कि धमकी भरा पत्र आबिद ने ही गेट नंबर तीन पर रखा था। आरोपी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उसके बैकग्राउंड की हर बात खंगाली जा रही है। वो किससे मिलता था, किससे बात करता था और किसके संपर्क में था? इन सारे सवालों के जवाब के लिए सुरक्षा यूनिटें काम कर रही हैं। परिजनों से जो जानकारी मिली है। उसे भी वैरीफाई किया जा रहा है क्योंकि परिजनों का कहना है कि आबिद की दिमागी हालत ठीक नहीं है। इसी वजह से अभी तक मुकदमा नहीं लिखा गया है लेकिन जांच के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी और कार्रवाई होगी।
बता दें कि शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। हाईकोर्ट के गेट नंबर तीन पर धमकी भरा खत मिला था। जिसमें शुक्रवार को हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी लिखी थी। खत को सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ की यूनिट ने देखा। जिसकी सूचना कमांडेंट समेत डीएम और एसएसपी को दी गई। सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े अधिकारियों ने छानबीन शुरू कर दी। जबकि आईबी और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट से भी इनपुट मांगा गया था।
धमकी भरे खत में कहा गया था कि 'पूर्व मंत्री आजम खान को हाईकोर्ट बुलाया गया उस वक्त अभद्र भाषा और अपशब्दों का प्रयोग कर उनपर अभद्र टिप्पणी की गई। ये रवैया नाकाबिले बर्दाश्त है। इसका बदला शुक्रवार को लिया जाएगा।'