मदरसे में पिटाई से परेशान बच्चे ने खुद को ही कराया किडनैप
यूपी के मेरठ में एक मदरसे के नौ वर्षीय छात्र की मदरसे के टीचर ने पिटाई की तो छात्र ने मदरसे से छुटकारा पाने के लिए अपहरण की कहानी रच दी।
मेरठ। यूपी के मेरठ में एक मदरसे के नौ वर्षीय छात्र की मदरसे के टीचर ने पिटाई की तो छात्र ने मदरसे से छुटकारा पाने के लिए अपहरण की कहानी रच दी। छात्र ने पहले खुद के हाथ-पार बांधे और फिर शोर मताने लगा कि उसके एक साथी को बाइक सवार चार युवक उठाकर ले गए। दोपहर तक पुलिस अयान की तलाश में परेशान रही, लेकिन जब शाम में अयान अपने घर में सुरक्षित खेलता हुआ मिला तो पुलिस ने अपहरण का शोर मचाने वाले छात्र से सख्ती से पूछताछ की जिसके बाद असलियत से पर्दा उठ गया।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, गढ़ रोड स्थित कमालपुर गांव के इस्लामाबाद मौहल्ला निवासी खलील का सात वर्षीय पुत्र शोएब गांव के एक मदरसे में पढ़ता है। सुबह गांव के ही एक बच्चे राशिद ने शोएब को मदरसे के निकट झाड़ियों में पड़ा देखा। शोएब के हाथ-पैर बंधे हुए थे। राशिद ने उसे बंधनमुक्त करते हुए शोर मचाया तो मौके पर सैकड़ो लोगों की भीड़ जुट गई। कुछ देर बाद होश संभालने पर शोएब ने बताया कि वह अपने साथी अयान के साथ मदरसे जा रहा था, इसी दौरान दो बाइकों पर आए चार युवकों ने उन्हें पकड़ लिया। शोएब के अनुसार चारों युवकों ने उन्हें जबरन बाइक पर बिठाने का प्रयास किया, लेकिन बाद में उसके हाथ-पैर बांधकर उसे वहीं छोड़ दिया और अयान को उठाकर ले गए। घटना की जानकारी मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया। शुएब के परिजन भी मौके पर पहुंच गए और उससे जानकारी करते हुए घटना की सूचना पुलिस को दी।
दिनभर परेशान रही पुलिस
जानकारी के बाद मौके पर मेडिकल थाना पुलिस पहुंची और शोएब से पूछताछ करते हुए मदरसे में अयान के विषय में जानकारी की तो पता चला कि अयान नाम के सभी बच्चे मदरसे में मौजूद हैं। उधर, गांव में भी अयान नाम के सब बच्चे सलामत मिले। जिसके बाद पुलिस उलझन में पड़ गई। उधर, शोएब ने इन सभी बच्चों में उस अयान के शामिल होने से इंकार कर दिया, जिसका अपहरण होने की बात कही जा रही है जिसके बाद पुलिस मदरसे की छुट्टी के बाद तक मदरसे के बाहर मुस्तैद रही। लेकिन छुट्टी के बाद भी किसी अभिभावक ने आकर अयान नाम के किसी बच्चे के गुमशुदा होने की जानकारी नहीं दी। जिसके बाद पुलिस का माथा ठनक उठा।
ऐसे सामने आई शोएब की कहानी
पुलिस ने बताया कि इस मामले में सुबह से ही झोल नजर आ रहा था। क्योंकि मदरसे में पढ़ने वाले कमालपुर निवासी अयान नाम के दो बच्चे और गोकुलपुर निवासी दो बच्चे मदरसे और घर पर मौजूद थे। इसके बावजूद मदरसे की छुट्टी होने तक का इंतजार किया गया, दोपहर बाद तक भी जब किसी अयान का परिवार वाला अपने बच्चे के गुम होने की शिकायत दर्ज कराने नहीं पहुंचा तो अपहरण का आरोप लगाने वाले शोएब के साथ दोबारा पूछताछ की गई। जिसके बाद नौवीं कक्षा के छात्र शोएब ने बताया कि अपहरण की फर्जी कहानी उसने खुद लिखी थी। दरअसल, मस्जिद का कारी अक्सर पढ़ाई न करने पर शोएब पिटाई करता था। शोएब चाहता था कि वह अपने बड़े भाई के साथ दूसरे स्कूल में पढ़े। मदरसे जाने से बचने के लिए उसने सुबह पहले अपने पैर बांधे, इसके बाद मुंह बांधने के बाद हाथों पर सुतली लपेटकर झाड़ियों में लेट गया। उसके बाद उसने अपने साथी अयान के अपहरण का शोर मचा दिया। वास्तव में अयान नाम का शोएब का कोई दोस्त ही नहीं है। फिलहाल मामले की सच्चाई सामने आने पर पुलिस ने राहत की सांस लेते हुए बच्चे को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।