कांग्रेस आलोचकों के लिए अच्छे दिन, भाजपा के खिलाफ बचकर रहें
अगर आप कांग्रेस के विरोधी है तो आप निर्भीक होकर उसकी आलोचना कर सकते हैं, लेकिन पीएम मोदी और भाजपा की आलोचना करने से पहले सोच लें
लखनऊ। केंद्र में जिस तरह के गांधी परिवार की राजनीति का प्रभाव समय के साथ कम हो रहा है, लेकिन इससे इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रभाव अब बढ़ता ही जा रहा है, ऐसे में पीएम मोदी के बारे में सोशल मीडिया पर लिखने से पहले आपको सोचना होगा, क्योंकि सोशल मीडिया पर पीएम के बारे में लिखने वालों पर नजर रखी जा रही है, खुद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोशल मीडिया पर पैनी नजर रख रहे हैं।
भाजपा की आलोचना नहीं है आसान
योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर लिखने वालों को पुलिस का सामना करना पड़ सकता है, मुमकिन है कि आपके खिलाफ हिंदू भावनाओं को आहत करने का मामला दर्ज हो जाए, लिहाजा कुछ भी लिखने से पहले एक बार जरूर सोच लें, हालांकि आप राहुल गांधी का सोशल मीडिया पर मजाक उड़ा सकते हैं और आपके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी।
आप दुखी हों या खुश इसका इजहार सोशल मीडिया पर करते समय आप कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को निशाना बना सकते हैं और आपके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, जिस तरह से कांग्रेस धीरे-धीरे सिमट रही है उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि आपके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की जाएगी।
यूपीए के कार्यकाल में भी थी आजादी
लेकिन ऐसे में आपको यह बात भी ध्यान रखनी चाहिए कि ऐसा क्या नहीं करना चाहिए जिससे आपके लिए मुश्किलें बढ़ें। पिछले रिकॉर्ड को देखें तो अगर आप राहुल गांधी के खिलाफ कुछ लिखते हैं तो आपके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी, जिस तरह से हाल ही में मनमोहन सिंह का सोशल मीडिया पर मजाक उड़ाया गया और किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई उससे साफ है कि आप कांग्रेस का मजाक उड़ाने के लिए आजाद हैं।
केंद्र में कांग्रेस के शासन काल पर नजर डालें तो उस वक्त भी तमाम घोटालों के बीच कांग्रेस, राहुल गांधी और मनमोहन सिंह का लोग सोशल मीडिया पर खूब मजाकर उड़ाते थे लेकिन किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती थी। उस वक्त कई आपत्तिजनक विशेषणों का प्रयोग सोनिया से लेकर राहुल और मनमोहन के लिए किए गए थे लेकिन किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई थी।
अब समय बदल चुका है
लेकिन मौजूदा समय में परिस्थितियां बदल चुकी हैं, बंगाल में जिस तरह से सिलिगुड़ी के कवि श्रीजातो बंदोपाध्याय ने लिखा उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, उन्होंने कथित रूप से हिंदू परंपराओं का विरोध करते हुए एक कविता लिखी थी। इस लेख में भाजपा के फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा गया था, जिन्हें मुस्लिमों के खिलाफ विवादित बयान देने के लिए जाना जाता है।
कई लोगों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
हालांकि बंगाल के कवि ने उनके खिलाफ एफआईआर कराए जाने को उनकी आजादी पर खतरा बताया था। वहीं यूपी के रहने वाले व कर्नाटक की एक महिला के खिलाफ भी योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट लिखने की वजह से मामला दर्ज किया गया। 2014 के बाद देशभर में कई लोगों के खिलाफ पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट लिखने की वजह से मामला दर्ज कराया गया। हाल ही में कार्टूनिस्ट नितेश पॉल जोकि आम आदमी पार्टी के सदस्य भी हैं के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। उन्होंने ट्विटर पर जो कार्टून शेयर किया था जिसमें दिखाया गया था कि वह लोगों के बीच नफरत फैलाते हैं। जिसके बाद भाजपा नेता आईपी सिंह ने लखनऊ के विभूति खंड थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई
ऐसे में अगर आप भाजपा के खिलाफ कुछ भी व्यंग्यात्मक लिखते हैं तो उसे लिखने से पहले एक बार फिर से सोच लें कि कहीं यह आप पर भारी नहीं पड़ जाए, हालांकि आप बिना डर के राहुल गांधी और कांग्रेस के बारे में ट्वीट कर सकते हैं।